कोटा. बारां जिले के छबड़ा में हुए उपद्रव के मामले में विश्व हिंदू परिषद ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि एक पक्षीय कार्रवाई राजस्थान की सरकार ने की है. जो अभी भी जारी है. साथ ही जो विश्व हिंदू परिषद के नेता हैं, उन्हें भी जबरन मुकदमों में बंद किया जा रहा है. जबकि दूसरे पक्ष के लोगों को बचाया जा रहा है. वह किसी भी तरह की घटना में शामिल नहीं थे, यहां तक कि वहां पर तो नेता जाना चाहते हैं और नुकसान का आकलन करना चाहते हैं, उन्हें भी नहीं जाने दिया जा रहा है. इसके विरोध में बारां जिले को संपूर्ण बंद 16 अप्रैल को करवाया जाएगा.
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यह जानकारी देते हुए विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष प्रताप सिंह नागदा ने कहा कि बारां को बंद कराने के बाद भी प्रशासन नहीं माना तो इसके बाद हाड़ौती के दूसरे जिलों को बंद करवाया जाएगा. जिसमें झालावाड़, कोटा और बूंदी शामिल हैं. फिर पूरे चित्तौड़ प्रांत को बंद रखा जाएगा. प्रताप सिंह नागदा ने कहा कि जिस तरह से प्रशासन की नाकामी बारां जिले के छबड़ा में रही है. अभी भी प्रशासन अपनी नाकामी छुपाने के लिए विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों पर इसी तरह से मुकदमे लाद रहे.
पुलिस ने अलीगंज बाजार में इन उपद्रवियों को रोकने की बिल्कुल भी कोशिश नहीं की. इसके चलते ही छबड़ा कि 70 से ज्यादा दुकानों में आगजनी हुई है और उनका करोड़ों रुपये का सामान लूटा गया है. इसका आकलन भी प्रशासन विश्व हिंदू परिषद के प्रतिनिधिमंडल को नहीं करने दे रहा है. वहां पर हमें जाने की अनुमति दी जाए ताकि हम देख सके कि कितना नुकसान हुआ है. ताकि सरकार से यह नुकसान का भरपाई को करवाया जाए.
कांग्रेस के नेताओं पर भी लगाया आरोप
विश्व हिंदू परिषद के प्रताप सिंह नागदा ने कहा कि पहले उपद्रवियों ने दुकानों से लूटपाट की गई है और लोगों ने अपने घर भर लिए हैं. बाद में पूरी योजना के साथ उनमें आग लगा दी गई है. यह लोग हथियार लेकर और पेट्रोल बम लेकर घूम रहे थे. इसके साथ ही आगजनी करने का पूरा सामान भी इनके पास था. इन लोगों ने कांग्रेस के नेताओं पर आरोप लगाया है कि वह लगातार कह रहे हैं कि पुलिस और प्रशासन मेरी जेब में है. जिसके चलते ही इस तरह की घटना हुई है.