कोटा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से गठित पांच चिकित्सकों की टीम कोटा पहुंच गई है. टीम की जिला कलेक्ट्रेट पर कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा और एसपी गौरव यादव के साथ समाचार लिखे जाने तक बैठक जारी है. इसके बाद टीम कोटा का कंटेंटमेंट प्लान और माइक्रो प्लानिंग देखेगी. वहीं बैठक के बाद टीम कोविड-19 अस्पताल का भी जायजा लेने जाएगी. वहीं अस्पताल में वेंटिलेटर मैनेजमेंट के साथ-साथ आइसोलेशन वार्डो का भी जायजा लेगी.
टीम का नेतृत्व केंद्रीय गृह मंत्रालय के जयपुर रीजनल ऑफिस के सीनियर रीजनल डायरेक्टर डॉ. दीपक सक्सेना कर रहे हैं. टीम में रूरल हेल्थ ट्रेनिंग सेंटर नजफगढ़ दिल्ली के डायरेक्टर डॉ. चरण सिंह, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज दिल्ली के एसोसिएट प्रोफेसर रेस्पिरेट्री मेडिसिन डॉ. पीके वर्मा, वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज और सफदरजंग हॉस्पिटल नई दिल्ली के माइक्रोबायोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. सुमाथि मुरलीधर, अटल बिहारी वाजपेई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस नई दिल्ली के एनेस्थीसिया विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नेहा गुप्ता शामिल है.
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कोटा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर के अनुसार कोटा में कोरोना के लेकर जो तैयारियां जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने की है, उनकी जानकारियां इस टीम को दी जाएगी. कोटा में कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए हैं, यह भी बताए जा रहे हैं.
इसके अलावा कोविड-19 अस्पताल में उपचार के संबंध में भी जानकारी दी जा रही है. साथ ही चिकित्सा विभाग जो स्क्रीनिंग कर रहा है, उसकी पूरी प्लानिंग समझाई जा रही है. कोरोना वायरस से बचाव के लिए जो आगे की रणनीति होगी, वह गतिविधि टीम बताएगी और उस पर काम किया जाएगा.