कोटा. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बुधवार को कोटा ग्रामीण एसपी कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. उन्होंने यह प्रदर्शन विधायक भरत सिंह के खिलाफ किया. भाजपा ने भरत सिंह पर आरोप लगाया है कि वह उनके कार्यकर्ताओं को परेशान कर रहे हैं और जबरन झूठे मुकदमों में फंसा रहे हैं.
3 साल पहले बंद हो चुके मामले, जिनमें कार्यकर्ताओं का कोई लेना देना नहीं है, उनकी भी फाइलें दबाव में खुलवा रहे हैं. उनकी जांच में जबरन दोषी बनाकर पुलिस में मुकदमा दर्ज करवा गिरफ्तार करवा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस भी बंगाल सरकार की तरह भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्य कर रही है और उन्हें जबरन जेलों में डाला जा रहा है.
पूर्व विधायक हीरालाल नागर ने बताया कि भरत सिंह को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्री तो नहीं बनाया है. अब उनके पास दो ही काम बचे हैं. पहला पत्र लिखना, जिसमें वह रोज किसी न किसी को पत्र लिख देते हैं. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को परेशान करने में जुटे हुए हैं. जबरन उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवाए जा रहे हैं. जबकि, भरत सिंह के खुद के कार्यकर्ता और लोग अवैध रेत से लेकर अवैध शराब के धंधे में लिप्त हैं. एक शराब की दुकान की अवैध रूप से कई ब्रांच से संचालित की जा रही है. इसके अलावा अवैध रूप से रेत नदियों से सांगोद एरिया में निकाली जा रही है. यह पूरा खेल विधायक भरत सिंह के इशारों पर चल रहा है.
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पुलिस भी इस पूरे प्रकरण में आंख मूंदकर बैठी है. कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन और विधायक भरत सिंह के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रामबाबू सोनी ने भी संबोधित किया. भाजपा जिला महामंत्री जगदीश जिंदल, राकेश जैन, विकास शर्मा, विवेक राजवंशी, मुकेश कुदायला, बीएल गोचर व प्रेम गोचर शामिल रहे.