कोटा. भाजपा नेता और पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने शनिवार को कोटा शहर की खुदी हुई सड़कों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इसमें यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को निशाने पर लिया और भ्रष्टाचार के आरोप (Prahlad Gunjal allegations on UDH Minister) लगाए. उन्होंने धारीवाल को प्रदेश का सबसे भ्रष्ट मंत्री भी कहा. उन्होंने कोटा में चल रहे विकास कार्यों में कमीशन खोरी का खेल बताते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं.
यह रैली मल्टीपरपज स्कूल के मैदान से शुरू हुई जो कि इंदिरा गांधी सर्किल, रामपुरा, लाडपुरा, विवेकानंद सर्किल होती हुई कलेक्ट्रेट (Rally in protest of bad roads in Kota) पहुंची. जहां पर प्रहलाद गुंजल और उनके समर्थक नेताओं ने कांग्रेस सरकार और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर निशाना साधा. प्रहलाद गुंजल ने कहा कि कोटा में विकास कार्यों के चलते 26 लोगों की मौत हो गई और इन लोगों के घरों में राखी का त्यौहार भी नहीं मनाया गया क्योंकि भाई या बहन ही इस दुनिया से चले गए. गुंजल ने आरोप लगाया कि टीलेश्वर चौराहा, पॉलिटेक्निकल कॉलेज व जेडीबी के सामने सभी जगह पर दुर्घटना पॉइंट बना दिए गए हैं. शहर को ट्रैफिक सिग्नल फ्री बनाने का दावा करने वाले धारीवाल ने इन्हें एक्सीडेंट जोन बना दिया.
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साथ ही गुंजल ने कहा कि वे 13 दिसंबर को बाइक रैली आयोजित (Gunjal bike rally on 13th December) करेंगे. इसमें धारीवाल से जुड़े हुए काले चिट्ठे खोले जाएंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि कहा कि धारीवाल के कार्यकाल में करोड़ों रुपयों की जमीन-जायदाद की रजिस्ट्री धारीवाल और उनके पुत्र के नाम से हुई है. इसको लेकर भी वे खुलासा करेंगे. साथ ही इन दावों का समर्थन करने वाली सर्टिफाइड कॉपी भी मीडिया को उपलब्ध करवाएंगे.
कलेक्टर मीणा ने खोली की पोल: गुंजल ने आरोप लगाया कि कोटा शहर में चल रहे कार्यों में एस्टीमेट ज्यादा का बनवाया जा रहा है और इतने ही पैसों में सीधा काम दिया जा रहा है. यह काम कम पैसे में हो रहा है. शेष पैसा ठेकेदारों से कमीशन के रूप में लिया जा रहा (Gunjal allegations of corruption in Kota) है. गुंजल ने कहा कि कलेक्टर हरिमोहन मीणा ने धारीवाल के कमीशन खोरी के खेल का खुलासा कर दिया था. एक यूआईटी की फाइल को रोकने के चक्कर में ही कलेक्टर का स्थानांतरण हो गया.
जबकि केवल उन्होंने स्पष्टीकरण मांगा था. गुंजल ने आरोप लगाया कि कोटा शहर में लग रहे इलेक्ट्रिक पोल के ढाई लाख रुपए का भुगतान किया जा रहा है. जबकि इस पोल का मैंने ही बेंगलुरु की कंपनी से एस्टीमेट मंगवाया था, जिसमें इसका खर्चा 30 हजार रुपए ही बताया गया था. ऐसे में यह बचा हुआ शेष पैसा भ्रष्टाचार के रूप में ठेकेदारों से बतौर कमीशन लिया जा रहा है.
इसलिए बनवा दिया नया रास्ता: गुंजल ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर आरोप लगाते कहा कि कुन्हाड़ी सर्किल पर एक मल्टी स्टोरी बिल्डिंग के नीचे स्वीकृति के 10 साल बाद लेआउट चेंज किया गया है. इस मामले में महाराणा प्रताप सर्किल की पूरी डिजाइन को बदल दिया गया है. वहां पर जबरन एक घूमता हुआ फ्लाईओवर बना दिया गया है. क्योंकि धारीवाल के बेटे के नाम उस मल्टी स्टोरी बिल्डिंग की कमर्शियल जगह की रजिस्ट्री हुई है.