जोधपुर. सूर्यनगरी का उम्मेद भवन (Umaid Bhawan) विश्व प्रसिद्ध इमारत है. इसे देखने पूरी दुनिया से सैलानी आते हैं. उम्मेद भवन को हेरिटेज साइट का दर्जा मिला हुआ है. जोधपुर की कलाकार यशस्वी सोनी ने 12 अलग-अलग वस्तुओं पर उम्मेद भवन की आकृति उकेर कर रिकॉर्ड बनाया है.
यशस्वी सोनी के इस कारनामे को अब एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में जगह दी गई है. यशस्वी को ग्रांड मास्टर का अवार्ड भी एश्यिा बुक ने दिया है. यशस्वी का कहना है कि वह अभी रूकने वाली नहीं है. उसे अपना नाम गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज करवाना है. इसके लिए वह लगातार मेहनत कर रही है.
यशस्वी वर्तमान में National Institute of Design, Assam (NID Jorhat) की छात्रा है. कोरोना के यशस्वी की पढ़ाई घर से ही ऑनलाइन चल रही है. इस दौरान उसने कुछ अलग करने के उदृेश्य से मिनिएचर आर्ट (miniature art) को चुना और उम्मेद भवन को अलग-अलग ऑब्जेक्ट पर बनाया. यशस्वी के इस कारनामे को जून में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में जगह मिली थी.
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चीजों पर अद्भुत तरीके से उकेरा उम्मेद भवन
यशस्वी ने ऐसी ऐसी चीजों पर उम्मेद भवन को उकेरा है, जिसकी कल्पना तक नहीं की जा सकती. उसने कॉफी से भरे कप में, सेब के बाहरी छिलके पर, बादाम, राजमा, मेडिसिन टैबलेट, टी शर्ट, चावल, नाखून, पेंट ब्रश समेत कुल 12 वस्तुओं पर उम्मेद भवन उकेर डाला. गिनीज बुक के लिए वह अन्य कैटेगिरी तलाश रही है, जिन पर उमेद भवन बनाकर वह जोधपुर का और अपना नाम रोशन कर सके.
10 साल तक बिना अवकाश लिये स्कूल जाने का रिकॉर्ड
यशस्वी के पिता महेश सोनी ज्वेलर हैं, जबकि मां नीता ग्रहणी हैं. माता पिता हमेशा अपनी बेटी को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. उनकी बदौलत ही यशस्वी दस साल तक बिना छुट्टी के स्कूल जाने का रिकार्ड भी बना चुकी है. यशस्वी ने 2020 में 10 साल तक बिना कोई छुट्टी लिए लगातार स्कूल जाने पर रिकॉर्ड अपने नाम किया था.