जोधपुर. शहर में ईद के दिन हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद से सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास सरकार पर हमलावर हैं. इस पूरे मामले को लेकर व्यास ने सोमवार को जयपुर में राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. इसमें उन्होंने घटना के लिए सरकार और पुलिस प्रशासन की विफलता को जिम्मेदार (Sursagar MLA on Jodhpur violence) ठहराया.
विधायक ने मिश्र को पूरी घटना की जानकारी देते हुए बताया कि किस तरह से स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की मूर्ति का अपमान किया गया. इसके बाद विरोध हुआ तो देर रात तक बैठकर शांति करवाई. लेकिन अगले दिन 3 मई को ईद की नमाज के बाद स्थिति बिगड़ी. इसके बावजूद पुलिस प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई नहीं की. जबकि उन्हें पता था कि करौली में हिंसा हो चुकी है और 2 तारीख की रात को माहौल खराब हुआ था. लेकिन इससे पुलिस ने कोई बड़ा एक्शन नहीं लिया.
पुलिस प्रशासन की आंख के नीचे दंगा हो गया और जब हालात बिगड़े तो लाठीचार्ज किया गया. इसके बाद भीड़ भीतरी शहर की गलियों में गई और वहां जाकर उत्पात मचाया. जिसके बाद हालात बिगड़े तो कर्फ्यू लगाना पड़ा. विधायक व्यास ने राज्यपाल को बताया कि इस दंगे के पीछे सरकार की दंगाइयों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई से बचने की नीति जिम्मेदार है. विधायक ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन को सरकार के निर्देश थे कि विशेष समुदाय के विरुद्ध कार्रवाई से बचा जाए.
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राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में व्यास ने लिखा है कि पुलिस ने उन्हें बताया कि भीड़ में कुछ प्रतिबंधित संगठन के लोग थे, जो धर्म के नाम पर युवाओं को उकसाने का काम कर रहे थे. विधायक ने इस बात को लेकर चिंता जताई की भीड़ में आगे नवयुवक थे, जिन्हे धर्म के नाम पर भड़का कर काम में लिया गया. यह चिंता का विषय है. गौरतलब है कि व्यास ने इस घटना को मुख्यमंत्री के छुटपुट घटना बताने के बयान की निंदा (Sursagar MLA hits back at CM Gehlot) करते हुए कहा था कि क्या मुख्यमंत्री जोधपुर में लाशें बिछा देना चाहते थे. उन्हे यह दंगा नजर नहीं आता.