जोधपुर. देश में कोरोना का कहर थम नहीं रहा है. इसी बीच सरकार की ओर से Unlock 1.0 लगाया गया है. जिसके चलते देश वासियों को कई तरह की छूट दी गई है, लेकिन लोगों को सतर्कता बरतने की जरूरत है. जिसमें सबसे पहला नियम है सोशल डिस्टेंसिंग की पालना. बता दें कि इसी को ध्यान में रखते हुए जोधपुर के दिलीप बोराणा ने मिल्क एटीएम तैयार किया है, जो इन दिनों काफी लोकप्रिय भी हो रहा है. इस एटीएम से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी पूरे तरीके से हो रही है.
मिल्क एटीएम के संचालक दिलीप बोराणा ने बताया कि इसकी शुरुआत जनवरी में कर दी थी. यह तेजी पकड़ता उससे पहले ही लॉकडाउन लग गया. दिलीप ने बताया कि वह अपने ग्राहकों के घर तक जाकर उन्हें इसका फायदा बताने लगा, तो लॉकडाउन में लोगों को इसकी अहमियत समझ में आई. जिससे उसके ग्राहक बढ़ने लगे और आज दिलीप प्रतिदिन 650 लीटर दूध की आपूर्ति इस एटीएम से करता है. दिलीप ने बताया कि दूध ग्राहक तक पहुंचने तक दूध में किसी तरह का कोई बर्तन डालने व हाथ डालने की आवश्यकता नहीं होती है और ना ही दूध को खुला रखना पड़ता है.
ऐसे काम करता है...
दिलीप ने बताया कि उसने निमराणा से यह टैंक बनवाया था, जिसकी कीमत दो लाख रुपए है. इस टैंक में दो भाग हैं एक में गाय का दूध व दूसरे में भैंस का दूध रखा जाता है. दोनों टैंक के अलग-अलग मीटर हैं. जिसमें दूध की मात्रा फीड करने के बाद मैगनेटिक कार्ड टच करवाने पर दूध निकलने लगता है. कार्ड प्रीपेड है, ग्राहक चाहे तो उसे रिचार्ज करवा सकता है. जिसका हिसाब उसके पास ही रहेगा. इतना ही नहीं, जितनी कीमत का चाहे उतना दूध भी लिया जा सकता है. आपको बता दें कि दिलीप इस एटीएम से बीजेएस, आरटीओ क्षेत्र में आपूर्ति कर रहा है.
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गौरतलब है कि जोधपुर में Unlock 1.0 के पहले एक सप्ताह में ही 300 से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में अब रोजमर्रा की चीजें खरीदते समय लोगों को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. खास तौर से दूध जो हर घर की जरूरत है, वह लेते समय खास ध्यान रखने की जरूरत है, क्योंकि शहर में कई दूध वाले व सरकारी डेयरी के कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं.