जोधपुर. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सोमवार को जोधपुर सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश की कांग्रेस सरकार को असफल सरकार बताया. साथ ही कहा कि इस सरकार ने भले ही सदन में विश्वासमत प्राप्त कर लिया हो, लेकिर जनता का मत खो चुकी है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम लेकर भाजपा में फूट होने की बात का जवाब देते हुए पूनिया ने कहा कि पूरे डेढ़ साल तक गहलोत ने वसुंधरा राजे और भाजपा नेताओं का नाम लेकर निकाला है. विग्रह हमारे यहां नहीं है कांग्रेस पार्टी में है, जिसके चलते ऐसे हालात हुए. पूनिया कहा कि पार्टी को मुख्यमंत्री बदलना था लेकिन आखिर में प्रदेश प्रभारी बदलना पड़ा.
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कोरोना प्रबंधन पर सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेश सरकार और कांग्रेस संगठन कोई ऐसा कदम बता दे, जिससे जनता को भरोसा आए कि कोरोना प्रबंधन सही था. उन्होंने कहा कि राजस्थान ही नहीं जहां भी कांग्रेस की सरकार है वहां हालात खराब हैं.
पूनिया ने कहा कि भीलवाड़ा मॉडल अधिकारियों और कर्मचारियों की वजह से सफल हुआ, लेकिन सरकार ने उसे कहीं और नहीं लागू किया. जोधपुर में लागू नहीं किया, कोटा के मकबरा में लागू नहीं किया, रामगंज में क्यों नहीं लागू किया गया. यह दर्शााता है कि कांग्रेस सरकार का कोरोना प्रबंधन विफल रहा.
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बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के दिल्ली जाने और पायलट से मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं आज सभी को बता रहा हूं कि मैं दिल्ली दो बार गया हूं. राष्ट्रीय नेताओं से मिलने, रास्ते में मानेसर आता है तो मेरे फोन की लोकेशन मानेसर बताती है, तो मैं क्या कर सकता हूं. सरकार को लगता था कि मैं सचिन पायलट से मिलने गया हूं. ऐसी सरकार का क्या किया जा सकता है. वहीं, पाक विस्थापित 11 लोगों की मौत के मामले पर उन्होंने कहा कि ये बहुत ही संवदेनशील मामला है, इसकी विस्तृत जांच होनी चाहिए.