जोधपुर. नगर निगम चुनाव में बीजेपी के बड़े नेता भले ही जीत के दावे कर रहे हैं. लेकिन पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ रहे बागी प्रत्याशी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं. साफ-साफ नगर निगम दक्षिण में बीजेपी के लिए 20 से 25 वार्ड परेशानी का सबब बने हुए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में पार्टी के बागी भी मैदान में हैं, जिनकी मजबूत दावेदारी के बावजूद टिकट से वंचित रखा गया है.
ऐसे में आलम यह है कि नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद पार्टी के नेता यह तो कह रहे हैं कि बागियों के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे. लेकिन कितने बागी मैदान में हैं, यह संख्या तक नहीं बता पा रह हैं. शनिवार को मीडिया से रूबरू हुए केंद्रीय कृषि मंत्री राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा से भी यह पूछा गया तो कोई इसका स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए.
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चौधरी सिर्फ इतना कह पाए कि पार्टी मुख्यालय से कार्रवाई होगी. कितनों पर होगी, इसका जवाब नहीं था. ऐसे में सवालों का बढ़ता सिलसिला देख प्रदेश महामंत्री शर्मा ने कहा कि ज्यादा नहीं हैं. 7-8 बागी हैं, जिनकी सूची भेज दी गई है. लेकिन शर्मा नाम छुपा गए.
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दरअसल, बीजेपी को सबसे ज्यादा सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र में बीजेएस कॉलोनी और इससे जुड़े वार्डों में बागियों का खतरा है. यहां 10 से अधिक बागी खम्म ठोक कर खड़े हैं. इसी तरह से नगर निगम उत्तर में भी बीजेपी का वोट बैंक माने जाने वाले वार्डों में भी कई कार्यकर्ता निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. गौरतलब है कि कोटा निगम चुनाव में बीजेपी उम्मीदवारों के सामने चुनाव लड़े बागियों के खिलाफ पार्टी कार्रवाई कर चुकी है. लेकिन जोधपुर को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है.