जोधपुर. राजस्थान में मचे सियासी बवाल के बीच बुधवार को जोधपुर आईं शहर विधायक मनीषा पंवार ने कहा कि विधायक यह चाहते हैं कि कोई फैसला (Congress President Election) हो तो 19 अक्टूबर के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद हो. इसी मुद्दे को लेकर महेश जोशी का फोन आया था कि धारीवाल के यहां बैठ कर बात की जाय. इसलिए वहां गए थे.
मीडिया से अनौपचारिक बात करते हुए जब विधायक से पूछा गया कि क्या सभी विधायक आलाकमान के पक्ष में एक लाइन का प्रस्ताव पारित करने में असहमत थे. इस पर विधायक ने कहा कि नहीं ऐसा नहीं है. हम सब यह जानना चाहते थे कि वे लोग क्या कर रहे हैं. इसलिए वहां बैठे थे. तो इस्तीफे क्यों दिए ? इस पर विधायक का कहना था कि हम सब चाहते थे कि जो कुछ भी हो वह 19 अक्टूबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद हो.
जोधपुर शहर विधायक मनीषा पंवार ने कहा कि हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सीएम बने रहें, क्योंकि उन्होंने (MLA Manisha Panwar Supported CM Gehlot) राजस्थान की सेवा की है और प्रदेश को उनकी जरूरत है. अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते हैं तो हमारे लिए गौरव की बात होगी. दोनों पद रखने के सवाल पर मनीषा पंवार ने कहा कि यह फैसला मुख्यमंत्री और हाईकमान खुद करेंगे.
हमें नेता बनाया है अशोक गहलोत ने : विधायक मनीषा पंवार ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हमारे अभिभावक हैं. कार्यकर्ताओं से विधायक उन्होंने बनाया है. इसलिए हम चाहते हैं कि वो सीएम रहें. गौरतलब है कि विधायक मनीषा पंवार भी रविवार को सीएलपी की बैठक के बजाय (Congress Crisis in Rajasthan) धारीवाल के घर बैठक में गईं थीं. महेश जोशी के निर्देश पर इस्तीफे पर हस्ताक्षर किए थे और इस्तीफा दिया.