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Police recovered weapons: पुलिस ने किया हथियारों का जखीरा बरामद, 14 पिस्टल और 43 कारतूस बरामद

जोधपुर पुलिस कमिश्नर कार्यालय की स्पेशल टीम ने रातानाडा थाना पुलिस के साथ बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते (Police recovered a cache of weapons) हुए हथियारों का जखीरा बरामद किया है. कारवाई के दौरान पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही एक बाल अपचारी को संरक्षण में लिया है.

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पुलिस ने किया हथियारों का जखीरा बरामद
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Published : Apr 16, 2022, 4:08 PM IST

Updated : Apr 16, 2022, 4:51 PM IST

जोधपुर. शहर की पुलिस कमिश्नर कार्यालय की स्पेशल टीम ने रातानाडा थाना पुलिस के साथ कार्रवाई करते हुए 14 अवैध पिस्टल (14 pistols, 43 cartridges recovered) मय मैग्जिन और 43 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने मुख्य सप्लायर और एक खरीददार को गिरफ्तार किया है. साथ ही सहयोगी बाल अपचारी को संरक्षण में लिया है.

सीएसटी के प्रभारी सब-इंसपेक्टर प्रकाशराम ने कहा कि हमें हथियार सप्लायर के जोधपुर पहुंचने की सूचना मिली थी. जिसके बाद रातानाडा थाने के साथ मिलकर तीन टीमें बनाई गई, मुख्य सप्लायर प्रतापगढ के झांसडी निवासी नरेंद्र सिंह (22) और उसका साथी बाल अपचारी धर्मशाला पहुंचे. जहां उन्होंने एक पिस्टल सोजत के दादिया निवासी विक्रम सिंह को बेची थी. पुलिस की तीनों टीमों ने विश्नोई धर्मशाला, भाटिया चौराहा और तीन हॉस्टलोंं के आस-पास से सभी को पकड़ा है. पुलिस ने तीनों की तलाशी ली. तलाशी के दौरान नरेंद्र सिंह के पास से 10 पिस्टल मय मैग्जिन और 30 जिंदा कारतूस बरामद हुई है. बाल अपचारी के पास से तीन पिस्टल और 13 कारतूस और विक्रमसिंह के पास से एक पिस्टल बरामद (Police recovered a cache of weapons ) की गई. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

व्हाट्सअप कॉलिंग से करते हैं कांटेक्ट: पूछताछ में सामने आया है कि नरेंद्र सिंह जोधपुर और आस-पास के इलाकों के बदमाशों के संपर्क में है. वो उनके लिए ही हथियारों का जखीरा लेकर आया था. जिनको हथियार देने होते हैं. उन्हें वह व्हाट्सअप कॉल के जरिए (accused sells weapons through whatsapp) कांटेक्ट करता है, ताकि उनकी बातें ट्रेस न हो सके.

पढ़ें: चूरूः हाईटेक हुए हथियार तस्कर, व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर बेचे जा रहे थे अवैध हथियार

25 हजार में एक पिस्टल ​मय मैग्जिन: नरेंद्र सिंह लंबे समय से हथियारों की सप्लाई में लिप्त है. वह मध्यप्रदेश से ​अवैध हथियार लाता है और पिस्टल, मैग्जिन को 25—25 हजार रुपए में आगे बेच देता है. इसके अलावा उसने अतिरिक्त कारतूस के रेट अलग से तय कर रखे हैं. जिसे वह पिस्टल (accused sets rate of weopans accordingly) खरीदने की संख्या के आधार पर तय करता है. ज्यादा खरीदने पर मुफ्त भी देता है.

अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी: जोधपुर में पिछले लंबे समय से मध्यप्रदेश में बनने वाली अवैध पिस्टलों की आपूर्ति बदमाशों को की जा रही है. गाहे-बगाहे पुलिस की कारवाई में अवैध हथियार बरामद किए जाते हैं. लेकिन एक साथ 14 अवैध पिस्टल पहली बार बरामद हुई है.

जोधपुर. शहर की पुलिस कमिश्नर कार्यालय की स्पेशल टीम ने रातानाडा थाना पुलिस के साथ कार्रवाई करते हुए 14 अवैध पिस्टल (14 pistols, 43 cartridges recovered) मय मैग्जिन और 43 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने मुख्य सप्लायर और एक खरीददार को गिरफ्तार किया है. साथ ही सहयोगी बाल अपचारी को संरक्षण में लिया है.

सीएसटी के प्रभारी सब-इंसपेक्टर प्रकाशराम ने कहा कि हमें हथियार सप्लायर के जोधपुर पहुंचने की सूचना मिली थी. जिसके बाद रातानाडा थाने के साथ मिलकर तीन टीमें बनाई गई, मुख्य सप्लायर प्रतापगढ के झांसडी निवासी नरेंद्र सिंह (22) और उसका साथी बाल अपचारी धर्मशाला पहुंचे. जहां उन्होंने एक पिस्टल सोजत के दादिया निवासी विक्रम सिंह को बेची थी. पुलिस की तीनों टीमों ने विश्नोई धर्मशाला, भाटिया चौराहा और तीन हॉस्टलोंं के आस-पास से सभी को पकड़ा है. पुलिस ने तीनों की तलाशी ली. तलाशी के दौरान नरेंद्र सिंह के पास से 10 पिस्टल मय मैग्जिन और 30 जिंदा कारतूस बरामद हुई है. बाल अपचारी के पास से तीन पिस्टल और 13 कारतूस और विक्रमसिंह के पास से एक पिस्टल बरामद (Police recovered a cache of weapons ) की गई. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

व्हाट्सअप कॉलिंग से करते हैं कांटेक्ट: पूछताछ में सामने आया है कि नरेंद्र सिंह जोधपुर और आस-पास के इलाकों के बदमाशों के संपर्क में है. वो उनके लिए ही हथियारों का जखीरा लेकर आया था. जिनको हथियार देने होते हैं. उन्हें वह व्हाट्सअप कॉल के जरिए (accused sells weapons through whatsapp) कांटेक्ट करता है, ताकि उनकी बातें ट्रेस न हो सके.

पढ़ें: चूरूः हाईटेक हुए हथियार तस्कर, व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर बेचे जा रहे थे अवैध हथियार

25 हजार में एक पिस्टल ​मय मैग्जिन: नरेंद्र सिंह लंबे समय से हथियारों की सप्लाई में लिप्त है. वह मध्यप्रदेश से ​अवैध हथियार लाता है और पिस्टल, मैग्जिन को 25—25 हजार रुपए में आगे बेच देता है. इसके अलावा उसने अतिरिक्त कारतूस के रेट अलग से तय कर रखे हैं. जिसे वह पिस्टल (accused sets rate of weopans accordingly) खरीदने की संख्या के आधार पर तय करता है. ज्यादा खरीदने पर मुफ्त भी देता है.

अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी: जोधपुर में पिछले लंबे समय से मध्यप्रदेश में बनने वाली अवैध पिस्टलों की आपूर्ति बदमाशों को की जा रही है. गाहे-बगाहे पुलिस की कारवाई में अवैध हथियार बरामद किए जाते हैं. लेकिन एक साथ 14 अवैध पिस्टल पहली बार बरामद हुई है.

Last Updated : Apr 16, 2022, 4:51 PM IST
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