जोधपुर. शहर में मंगलवार को क्रेडिट कॉपरेटिव सोसाइटी के पीड़ित पक्ष ने जिला मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और जिला कलेक्टर के प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया.
बता दें कि ज्ञापन में बताया गया कि लोकतंत्र में सरकार को संवेदनशील होना चाहिए. आए दिन टीवी और समाचार पत्रों में समाचार आता है कि अमुक बैंक डूब गया, अमुक सोसायटी डूब गई, अमुक बैंकों में गबन हो गया. इन सभी बातों से जनता परेशान हो रही है. इन परेशानियों के चलते कई निवेशकों ने खुदकुशी कर ली तो किसी को दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई. वहीं किसी के घरों में बीमारियों का इलाज करवाने के लिए पैसा नहीं है. इन सभी समस्याओं का मुख्य कारण लोगों ने अपनी जिंदगी भर की खून की कमाई इन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटियों में जमा करवा दी और पैसा डूबने से निवेशक सड़क पर आ गए हैं.
बता दें कि पीड़ितों ने बताया कि जांच एजेंसियां केवल खानापूर्ति कर रही है और खाताधारकों और निवेशकों की चिंता किसी को नहीं है. पीड़ितों ने बताया कि इस मामले में कार्रवाई हेतु सरकार को अलग से रकम की व्यवस्था करवानी चाहिए. इसके पश्चात् सरकार अपने अधिकारों का उपयोग करके वह रकम उसी कंपनी के खातों से संस्था की प्रोपर्टीयों से, उनकी निजी संपतियों से दिए गए लोन की वसूली से भी वसूल कर सकती है.