जोधपुर. पुलिस ने जोधपुर में बैठे अपराधियों के शहर में हथियार का जखीरा मंगवा कर तस्करों तक पहुंचाने के मामले का खुलासा किया है. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने 6 अवैध देसी पिस्टल, 44 जिंदा कारतूस भी बरामद किए (3 arrested with arms in Jodhpur) हैं.
डीसीपी ईस्ट डॉ अमृता दुहन ने बताया कि अपराधियों के विरुद्ध आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ-साथ संगठित अपराध से जुड़ी धाराएं भी जोड़ी गई हैं. जेल में बंद आरोपियों को भी जल्द प्रॉडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ की जाएगी. डीसीपी ने बताया कि पुलिस टीम को सूचना मिली कि जेल में बंद भीलवाड़ा डबल मर्डर कांड के आरोपी रामदेव जाट और पिंटू उर्फ भरत के मार्फत हथियारों की बड़ी खेप जोधपुर आने वाली है.
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महामंदिर थाना अधिकारी लेखराज सिंह ने सूचना पर काम करते हुए सुमेर हुड्डा को गिरफ्तार किया. आरोपी के कब्जे से 4 देसी पिस्टल, 15 जिंदा कारतूस और दो खाली मैगजीन बरामद किए गए. सुमेर हुड्डा से पूछताछ के दौरान पुलिस की टीम के सामने फलौदी निवासी विक्रम सिंह और सरवन राम विश्नोई के नाम आए. जिस पर पुलिस ने विक्रम को गिरफ्तार कर 2 देसी पिस्टल और 5 जिंदा कारतूस बरामद किए. सरवन राम विश्नोई को भी गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 24 जिंदा कारतूस बरामद किए गए.
तस्करों को देने थे हथियार: प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि जेल में बंद बदमाशों ने इसके लिए एमपी से संपर्क किया (Prisoners involved in arms smuggling) था. इसके लिए धन भी उपलब्ध करवाया गया. सुमेर ने पुलिस को बताया कि यह हथियार लोहावट थाने के हिस्ट्री शीटर राजू कडवासरा व कापरडा के फरार अपराधी अशोक बटेसर को देने थे. ये तस्कर इन हथियारों का इस्तेमाल मादक पदार्थ की तस्करी में करने वाले थे. बता दें कि हाल ही में जोधपुर जेल में निर्माण कार्य के लिए मंगवाई गई बजरी की ट्रोली में 12 मोबाइल और 20 ईयरफोन बरामद किए गए थे.