जोधपुर. मथुरा दास माथुर अस्पताल के एक कर्मचारी का 5 महीने पहले अपनी सीट पर बैठकर शराब की बोतल से पैग बनाने का वीडियो वायरल हुआ था. जिसकी जांच अस्पताल में गठित कमेटी की ओर से की गई थी.
पढ़ेंः CM गहलोत का केंद्र सरकार पर हमला, कहा- गलत नीतियों के कारण पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आग लगी हुई है
उस जांच रिपोर्ट पर जयपुर के अधिकारियों ने संतोष नहीं जताया है. अब स्वास्थ्य विभाग ने पत्र भेजकर अस्पताल प्रबंधन से पूछा है कि स्पष्ट रूप से बताए कि उस बोतल में क्या पदार्थ था जिसका कर्मचारी सुरेश चौहान सेवन कर रहा था. वह शराब थी या काढ़ा?
स्वास्थ्य विभाग के निदेशक (अराजपत्रित) मुकुल शर्मा ने एमडी अस्पताल अधीक्षक को पत्र लिखकर पूछा है कि जांच रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आए हैं उसके अनुसार यह लगता है कि वीडियो में जो पदार्थ नजर आ रहा है वह काढ़ा नहीं है. इसके अलावा सहकर्मियों के बयान में भी यह कहीं भी नहीं बताया गया है कि कर्मचारी काढ़ा पी रहा था.
मुकुल शर्मा की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि अस्पताल की जांच रिपोर्ट में कोई निष्कर्ष नही दिया गया है. जबकि अगर काढ़ा होता तो वीडियो से स्पष्ट पहचान में आ जाता. इसलिये जांच अधिकारी फिर से वीडियो देख कर निष्कर्ष दे की बोतल में पदार्थ शराब थी या काढ़ा था.
पढ़ेंः 2 लाख रुपए की रिश्वत का मामला: अजमेर ACB ने पार्षद पति के दो दलालों को कोर्ट में किया पेश
गौरतलब है कि फरवरी में एमडीएम स्टोर के कर्मचारी का वीडियो वायरल हुआ था. इसके बाद बनाई गई जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कोई निष्कर्ष नहीं दिया. सुरेश ने यह बयान दिया था कि वह शराब नहीं काढे़ का सेवन कर रहा था. स्टोर के अन्य कर्मचारियों ने भी शराब शब्द का उपयोग नहीं किया, लेकिन किसी ने काढ़ा भी नहीं बताया. इसके चलते जांच करने वालों ने ढुलमुल रिपोर्ट बनाकर जयपुर भेज दी जिसके चलते अभी तक कार्रवाई नही हो सकी.