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जोधपुर: शहर के सबसे पुराने ब्रिज निर्माण में हाईकोर्ट के निर्देश की नहीं हो रही पालना - jodhpur news in hindi

राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देश पर शहर के सबसे पुराने मोहनपुरा ब्रिज का नवीनीकरण काम शुरू हो गया है. लेकिन पुराने आधार पर ही इस ब्रिज को बनाने के लिए रेलवे ने काम शुरू किया है.

Mohanpura Bridge in Jodhpur, मोहनपुरा ब्रिज निर्माण जोधपुर
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Published : Sep 24, 2019, 8:19 PM IST

जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देश पर शहर के सबसे पुराने मोहनपुरा ब्रिज का नवीनीकरण काम शुरू हो गया है, लेकिन इस ब्रिज का पूरा निर्माण नहीं किया जा रहा है. पुराने आधार पर ही ब्रिज को वापस खड़ा करने के लिए रेलवे ने काम शुरू कर दिया है. इसको लेकर इस 90 साल पुराने ब्रिज की खस्ताहाल को लेकर जनहित याचिका लगाने वाले सुरेंद्र जैन ने एक बार फिर से रेलवे और राज्य सरकार की नियत पर सवाल उठाए हैं. जैन ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देशों की पूरी पालना नहीं हो रही है.

ब्रिज निर्माण में हाईकोर्ट के निर्देश की नहीं हो रही पालना.

राज्य सरकार ब्रिज को चौड़ा नहीं करने में असमर्थता जता चुकी है, क्योंकि अधिग्रहण की कार्रवाई संभव नहीं है सरकारी जमीन का अभाव है. जैन का दावा है कि शहरवासी जमीन देने को तैयार हैं. रेलवे भी अगर नए सिरे से निर्माण करेगा तो ही ब्रिज के नवीनीकरण का लंबे समय तक जनता को लाभ मिलेगा लेकिन अभी कोई भी इसको लेकर ध्यान नहीं दे रहा है.

ये भी पढ़ें: खींवसर उप चुनाव : भाजपा व आरएलपी में से एक ही पार्टी से होगा उम्मीदवार, जल्द होगा फैसला : सतीश पूनिया

याचिकाकर्ता ने राज्य सरकार को इसकी पूरी जानकारी भेजी है साथ ही आने वाले दिनों में एक बार फिर हाईकोर्ट में भी प्रार्थनापत्र दायर करने की तैयारी कर ली है. गौरतलब है कि मोहनपुरा ब्रिज का खस्ताहाल होने पर बार-बार यहां यातायात को बाधित करना पड़ता था. इसको लेकर सुरेंद्र जैन ने याचिका दायर कर कोर्ट को बताया था कि यह ब्रिज शहर के एक हिस्से को नई सड़क सहित अन्य प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ता है. ऐसे में इस ब्रिज का नया निर्माण किया जाए जिससे लंबे समय तक जनता को इसका लाभ मिल सके.

जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देश पर शहर के सबसे पुराने मोहनपुरा ब्रिज का नवीनीकरण काम शुरू हो गया है, लेकिन इस ब्रिज का पूरा निर्माण नहीं किया जा रहा है. पुराने आधार पर ही ब्रिज को वापस खड़ा करने के लिए रेलवे ने काम शुरू कर दिया है. इसको लेकर इस 90 साल पुराने ब्रिज की खस्ताहाल को लेकर जनहित याचिका लगाने वाले सुरेंद्र जैन ने एक बार फिर से रेलवे और राज्य सरकार की नियत पर सवाल उठाए हैं. जैन ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देशों की पूरी पालना नहीं हो रही है.

ब्रिज निर्माण में हाईकोर्ट के निर्देश की नहीं हो रही पालना.

राज्य सरकार ब्रिज को चौड़ा नहीं करने में असमर्थता जता चुकी है, क्योंकि अधिग्रहण की कार्रवाई संभव नहीं है सरकारी जमीन का अभाव है. जैन का दावा है कि शहरवासी जमीन देने को तैयार हैं. रेलवे भी अगर नए सिरे से निर्माण करेगा तो ही ब्रिज के नवीनीकरण का लंबे समय तक जनता को लाभ मिलेगा लेकिन अभी कोई भी इसको लेकर ध्यान नहीं दे रहा है.

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याचिकाकर्ता ने राज्य सरकार को इसकी पूरी जानकारी भेजी है साथ ही आने वाले दिनों में एक बार फिर हाईकोर्ट में भी प्रार्थनापत्र दायर करने की तैयारी कर ली है. गौरतलब है कि मोहनपुरा ब्रिज का खस्ताहाल होने पर बार-बार यहां यातायात को बाधित करना पड़ता था. इसको लेकर सुरेंद्र जैन ने याचिका दायर कर कोर्ट को बताया था कि यह ब्रिज शहर के एक हिस्से को नई सड़क सहित अन्य प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ता है. ऐसे में इस ब्रिज का नया निर्माण किया जाए जिससे लंबे समय तक जनता को इसका लाभ मिल सके.

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Body:मोहनपुरा ब्रिज निर्माण में हाईकोर्ट के निर्देश की नहीं हो रही है पालना

जोधपुर। राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देश पर शहर के सबसे पुराने मोहनपुरा ब्रिज के नवीनीकरण काम शुरू हो गया लेकिन इस ब्रिज का पूरा निर्माण नहीं किया जारहाहै। पुराने आधार पर ही ब्रिज को वापस खडा करने के लिए रेलवे ने काम शुरू कर दिया है। इसको लेकर इस 90 साल पुराने ब्रिज की खस्ताहाल को लेकर जनहित याचिका लगाने वाले सुरेंद्र जैन ने एक बार फिर से रेलवे व राज्य सरकार की नियत पर सवाल उठाए हैं। जैन ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देशों की पूरी पालना नहीं हो रहीहै। राज्य सरकार ब्रिज को चौडा नहीं करने में असमर्थता जता चुकी है। क्योंकि अधिग्रहण की कार्रवाई संभव नहीं है सरकारी जमीन का अभाव है। लेकिन जैन का दावा है कि रहवासी जमीन देने को तैयार है। रेलवे भी अगर नए सिरे से निर्माण करेगा तो ही ब्रिज के नवीनीकरण का लंबे समय तक जनता को लाभ मिलेगा लेकिन अभी कोई भी इसको लेकर ध्यान नहीं दे रहा है। याचिकाकर्ता ने राज्य सरकार को इसकी पूरी जानकारी भेजी है साथ ही आने वाले दिनों में एक बार फिर हाईकोर्ट में भी प्रार्थनापत्र दायर करने की तैयारी कर ली है जिससे इस ब्रिज पर खर्च होने वाले करोडों रुपए का जनहित में सदउपयोग हो सके। गौरतलब है कि मोहनपुरा ब्रिज के खस्ता होने पर बार—बार यहां यातायात को बाधित करना पडता था। इसको लेकर सुरेद्र जैन ने याचिका दायर कर कोर्ट को बताया था कि यह ब्रिज शहर के एक हिस्से को नई सडक सहित अन्य प्रमुख क्षेत्रों को जोडता है ऐसे में इस ब्रिज का नया निर्माण किया जाए जिससे लंबे समय तक जनता को इसका लाभ मिल सके।

बाईट सुरेंद्र जैन, याचिकाकर्ता



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