जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देश पर शहर के सबसे पुराने मोहनपुरा ब्रिज का नवीनीकरण काम शुरू हो गया है, लेकिन इस ब्रिज का पूरा निर्माण नहीं किया जा रहा है. पुराने आधार पर ही ब्रिज को वापस खड़ा करने के लिए रेलवे ने काम शुरू कर दिया है. इसको लेकर इस 90 साल पुराने ब्रिज की खस्ताहाल को लेकर जनहित याचिका लगाने वाले सुरेंद्र जैन ने एक बार फिर से रेलवे और राज्य सरकार की नियत पर सवाल उठाए हैं. जैन ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देशों की पूरी पालना नहीं हो रही है.
राज्य सरकार ब्रिज को चौड़ा नहीं करने में असमर्थता जता चुकी है, क्योंकि अधिग्रहण की कार्रवाई संभव नहीं है सरकारी जमीन का अभाव है. जैन का दावा है कि शहरवासी जमीन देने को तैयार हैं. रेलवे भी अगर नए सिरे से निर्माण करेगा तो ही ब्रिज के नवीनीकरण का लंबे समय तक जनता को लाभ मिलेगा लेकिन अभी कोई भी इसको लेकर ध्यान नहीं दे रहा है.
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याचिकाकर्ता ने राज्य सरकार को इसकी पूरी जानकारी भेजी है साथ ही आने वाले दिनों में एक बार फिर हाईकोर्ट में भी प्रार्थनापत्र दायर करने की तैयारी कर ली है. गौरतलब है कि मोहनपुरा ब्रिज का खस्ताहाल होने पर बार-बार यहां यातायात को बाधित करना पड़ता था. इसको लेकर सुरेंद्र जैन ने याचिका दायर कर कोर्ट को बताया था कि यह ब्रिज शहर के एक हिस्से को नई सड़क सहित अन्य प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ता है. ऐसे में इस ब्रिज का नया निर्माण किया जाए जिससे लंबे समय तक जनता को इसका लाभ मिल सके.