जोधपुर. जोधपुर में एक बच्ची के मां बाप ने बड़ी मिसाल पेश की है. डॉक्टर्स की पढ़ाई के लिए अपनी 3 साल की मासूम की देह जोधपुर एम्स को दान कर दी, ताकि मासूम का उनके पास होने का एहसास उन्हें हमेशा हो सके.
नागौर जिले के गोटन के निवासी उमेद सिंह की 3 साल की बेटी ज्योति के दिल में छेद था. जिसके इलाज के लिए हर संभव प्रयास किए गए. 3 जून को ज्योति की तबीयत बिगड़ने पर उसे जोधपुर एम्स के पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट में भर्ती कराया गया. ईलाज के दौरान ही ज्योति ने गुरुवार को दम तोड़ दिया.
ज्योति के माता पिता का कहना है कि हम उसके अंग दान कर अपनी बेटी को हमेशा किसी के शरीर में जीवित देखना चाहते थे. लेकिन उन्हें निराशा हुई कि जोधपुर में अभी अंगदान की सुविधा नहीं है. इस पर उन्होंने ज्योति का पूरा देह दान करने का निर्णय लिया.
जोधपुर एम्स के एनाटॉमी विभाग के डॉक्टरों का कहना है कि इतनी कम उम्र में देहदान का पहला मामला है. गौरतलब है कि अंगदान करने की सुविधा पश्चिमी मारवाड़ में कहीं भी उपलब्ध नहीं है. जोधपुर एम्स में भी पिछले 3 सालों में 100 से अधिक देह दान हो चुके हैं. लेकिन अभी ऑर्गन डोनेशन की सुविधा यहां प्रारंभ नहीं हुई है.