जोधपुर. पश्मिची राजस्थान के एक मात्र बायोलॉजिकल पार्क माचिया सफारी (Australian EMU in Machiya Safari Park) में लंबे समय बाद ऑस्ट्रेलियन पक्षी एमू का कुनबा बढ़ा है. एमू यूं तो पक्षी की श्रेणी में है लेकिन यह उड़ नहीं सकता. मादा एमू ने छह अंडे दिए जिनमें तीन से चूजे निकल आए हैं. तीन को अभी नर एमू सेह रहा है यानी हैचिंग कर रहा है. पार्क प्रबंधन इससे खुश है. बताता है कि कैसे इस दिन का इंतजार वो लोग बरसों से कर रहे थे.
पार्क खुश हुआ!: पार्क (Jodhpur Biological Park) के वन्य जीव विशेषज्ञ डॉ ज्ञानप्रकाश का कहना है कि एमू की फैमिली बढ़ाने के लिए हमने कई तरह के प्रबंध किए थे. इससे पहले दूसरे जानवर अंडे ले जाते थे. हमने उसका बारीकी से विश्लेषण किया फिर अंडों का ध्यान रखा. एमू के 6 अंडों पर निरंतर नजर बनाए रखी. यही वजह है कि अब तीन चूजे एनक्लोजर में घूमने लगे हैं. जल्दी ही शेष अंडों से भी चूजे बाहर आएंगे तो यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगे. डॉ ज्ञान प्रकाश बताते हैं कि करीब छह साल बाद एमू परिवार बढ़ा है. इसकी वजह भी जाहिर करते हैं. कहते हैं पहले जिस जगह पर जू था वो इनके अनुकूल जगह थी. स्थान बदला तो पक्षियों ने माहौल के मुताबिक ढलने में समय लिया और अब जाकर प्रजनन संभव हुआ.
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पांचवा बड़ा पक्षी है एमू: दुनिया में ऊंचे पक्षियों की श्रेणी में एमू का पांचवा स्थान है. सबसे ज्यादा ऊंचा पक्षी शुतुरमुर्ग होता है. ये पक्षी एग्जिोटिक श्रेणी का पक्षी है. बहुत तेज गति से भागता है. जंगल में इसकी ख्याति बहुत खतरनाक पक्षी के रूप में है. इस जीव की ऊंचाई लगभग 6 फीट 5 इंच होती है. न उड़ पाने की वजह भारी वजन होता है. हालांकि जमीन पर बेहद फुर्तीला होता है ये! इतना कि 48 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ लगाता है.
मादा नर से बड़ी, अंडे नर के जिम्मे रहते हैं: मादा एमू, नर से आकार में बड़ी होती है. इनका जीवनकाल 30 से 35 वर्ष का होता है. अंडे देने के बाद मादा एमू अंडे सेहती नहीं है. ये काम नर के जिम्मे होता है. वो करीब पचास दिन तक अंडे सेहने का काम करता है. इस दौरान नर एमू खाना नहीं खाता है. शरीर में मौजूद वसा ही पचाता है. माचिया में अभी दो मादा एमू ने अंडे दिए हैं. इनमें पहले छह अंडों में से तीन चूजे बाहर आ चुके हैं. बाकी अंडों की रखवाली और सेहने का काम उनके दो साथी यानी Companion कर रहे हैं. एक और खास बात एमू के अंडे हरे होते हैं.
जू में बदले इंतजाम: माचिया सफारी पार्क में तेज गर्मी के साथ ही जानवरों के लिए इंतजाम बदल दिए गए हैं. यहां बार बार एन्कलेाजर में पानी में छिड़काव किया जा रहा है. इसके अलावा शेरों के लिए कूलर लगाए गए हैं. जिससे वे गर्मी में परेशान न हों इसके अलावा खुराक में पानी के साथ मल्टी विटामिन और मिनरल दिए जाते हैं. जिससे शरीर में एनर्जी बनी रहे.