जोधपुर. राजस्थान (Rajasthan) में भाजपा का आज से जनहित के मुद्दों पर प्रदर्शन का आगाज होने जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में बढ़ी बिजली दरें, बढ़ते अपराध, सम्पूर्ण किसान कर्जमाफी, परीक्षाओं में धांधली सहित अन्य मुद्दों को लेकर गहलोत सरकार (Gehlot Government) के खिलाफ 'हल्ला बोल आंदोलन' प्रदेश भर में शुरू करने जा रही है.
प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया की इसकी शुरूआत गुरुवार को जोधपुर के ओसियां उपखंड मुख्यालय से किया. गुरुवार को जोधपुर आए पूनिया ने बताया कि भाजपा के 77 नेता विभिन्न उपखण्ड मुख्यालयों पर धरने में शामिल होंगे.
बता दें कि पूनिया एमडीएम अस्पताल में उपचारत पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिलने आए थे. इसी दौरान उन्होने कहा कि नवंबर में सभी जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन होंगे और 15 दिसंबर को जयपुर में 2 लाख से अधिक कार्यकर्ताओं की मौजदूगी में बड़ा आंदोलन होगा. साथ ही उपचुनाव पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस (Congress) को मुददों की जानकारी नहीं है. सीएम गहलोत को भी 2023 में पता चलेगा, उनको गलत फहमी में नहीं रहना चाहिए.
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हताशा के दौर से गुजर रहे गहलोत
पिछली बार सत्ता पूरी कर गए तो 21 उम्मीदवार ही जीत पाए थे. इस बार तो उससे भी ज्यादा खतरनाक स्थिति है. अपने खिलाड़ी को अपने प्रदर्शन का पता रहता है, गहलोत उसी के चलते हताशा के दौर से गुजर रहे हैं. कांग्रेस की जो दुर्गति होने वाली है वह आलाकमान ने सोची नहीं होगी, इसके लिए जिम्मेदार अशोक गहलोत होंगे.
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मदेरणा के निधन पर शोक जताने जाएंगे चाडी
कांग्रेस को चुनाव हराने के लिए राजस्थान के बेरोजगार व किसान (Farmer) ही बहुत है. जहां तक देानों उपचुनाव की बात है तो दोनों जनजाति सीटें हैं. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता मेहनत कर रहे हैं और सफलता मिलेगी. इससे पहले पूनिया ने सर्किट हाउस में पार्टी के कार्यकर्ताओं से संवाद किया. इसके बाद ओसियां के लिए रवाना हो गए, जहां धरने के बाद वे पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा के निधन पर शोक जताने चाडी जाएंगे.