जोधपुर. गहलोत सरकार ने विधानसभा में एक सवाल के जवाब में पिछले साल प्रदेश में राजनीतिक संकट के समय फोन टैपिंग करवाने की बात को स्वीकार किया है. जिसके बाद से भाजपा गहलोत सरकार पर हमलावर है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अब इस पूरे मामले में गहलोत सरकार और राहुल गांधी पर सिलसिलेवार ढंग से कई ट्वीट कर घेरा है. शेखावत ने अशोक गहलोत पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया और कांग्रेस की आंतरिक कलह के लिए सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया.
पढ़ें: सदन में गहलोत सरकार ने स्वीकारा, पायलट की बगावत के समय हुई थी फोन टैपिंग...अब BJP मांग रही इस्तीफा
फोन टैपिंग लोकतंत्र की हत्या है
गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर कहा "भाजपा ने पिछले साल जुलाई में कहा था कि राजस्थान में आपातकाल चल रहा है. गहलोत सरकार ने उस समय इनकार किया था और अब स्वीकार कर रही है कि फोन टैप किए गए. यह निजता का हनन और लोकतंत्र की हत्या है. कांग्रेस पार्टी की अंदरुनी बगावत रोकने के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कर फोन टैपिंग क्यों की गई. कांग्रेस सरकार ने प्रशासन का उपयोग अपने हित में क्यों किया. ये अवैध प्रक्रिया है. लोकतंत्र की हत्या है".
प्रशासनिक अधिकारियों को कांग्रेसी हित में लगा दिया
शेखावत ने आगे कहा कि गहलोत इस पूरे मामले में संत बने हुए हैं. उन्हें जवाब देना होगा कि क्यों उन्होंने कांग्रेस की अंदरुनी लड़ाई को प्रशासनिक बना दिया. जनहित के लिए नियुक्त प्रशासनिक अधिकारियों को कांग्रेसी हित में लगा दिया. उन्होंने कहा कि "गहलोत जी के दामन में अनगिनत दाग हैं पर ये दाग इतना गहरा है कि इससे न केवल सरकार का बल्कि प्रशासन का भी चेहरा स्याह दिख रहा है".
अपने युवा नेता और विधायकों को टैपिंग के जाल में फंसाया
जल शक्ति मंत्री ने पायलट खेमे के प्रति सहानुभूति जताते हुए लिखा "कांग्रेस की बेचारगी पर मुझे खेद होता है. अपनी पार्टी के ही युवा नेता समेत विधायकों तक को फोन टैपिंग के जाल में फंसाया. लेकिन अपमान की ऐसी पराकाष्ठा कांग्रेस की परम्परा रही है. राजस्थानवासी उस सरकार पर कैसे विश्वास करें जिसे अपने विधायकों पर ही विश्वास नहीं".
राहुल गांधी को भी घेरा
राहुल गांधी का भी शेखावत ने निशाने पर लिया. उन्होंने लिखा "विदेशी संस्था की प्रतिक्रिया पर भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाने वाले राहुल गांधी भाजपा, मोदी जी और आरएसएस को गाली देते नहीं थकते. लेकिन कांग्रेस की अलोकतांत्रिक और भ्रष्ट नीतियों पर मौन व्रत धारी बन जाते हैं. नींद से उठो राहुल जी, कांग्रेस की भी कुछ चिंता करो".