ETV Bharat / city

अनलॉक 1.0 में अब 'सुपर स्प्रेडर' पर फोकस, प्रशासन ने कहा- सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग है इलाज

बाजार खुलने के बाद प्रशासन का फोकस अब सुपर स्प्रेडर पर आ गया है. एक ओर जहां प्रशासन अलर्ट हो गया है, वहीं स्वास्थ्य विभाग ने भी जांच का दायरा बढ़ाते हुए सोशल डिस्टेंसिंग की सलाह दी है.

super spreaders in jodhpur, focus on super spreaders, Unlock 1.0  in jodhpur, सुपर स्प्रेडर पर फोकस, जोधपुर में सुपर स्प्रेडर, अनलॉक 1.0,  सुपर स्प्रेडर, कोरोना संक्रमण
'सुपर स्प्रेडर' बढ़ाएंगे कोरोना
author img

By

Published : Jun 3, 2020, 7:27 PM IST

जोधपुर. लॉकडाउन 5.0 में मिली छूट के चलते बाजारों में चहल पहल हो गई है. सभी तरह की दुकानें खुल गई हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा बढ़ गया है. प्रशासन के मुताबिक ये लोग सुपर स्प्रेडर की श्रेणी में आते हैं.

'सुपर स्प्रेडर' बढ़ाएंगे कोरोना

बाजार खुलने से व्यवसायियों की अपनी दुकानों का सामान लाने और ले जाने के दौरान कई बार आवाजाही होगी. ऐसे में ये कई लोगों के संपर्क में भी आएंगे. वहीं कई ऐसे भी व्यवसाय हैं जो रोजाना कई लोगों के सीधे संपर्क में होंगे. इनमें प्रमुख तौर पर स्वास्थ्य कर्मी, सैलूनकर्मी, सप्लाई वेंडर व सरकारी कर्मचारी हैं. जिनके संपर्क में प्रतिदिन कई लोग आते हैं. ऐसे लोगों में अगर कोरोना पॉजिटिव आता है तो प्रशासन उसे सुपर स्प्रेडर मानता है यानी इनसे सर्वाधिक संक्रमण फैलने की आशंका रहती है.

हालांकि अभी तक शहर में सुपर स्प्रेडर के 51 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं राहत की बात यह है कि यह सिर्फ 0.96 फीसदी है. अब 1 जून से बाजार खुल गए हैं और अनियंत्रित आवाजाही के चलते ऐसे मामले बढ़ने की आशंका है. यही कारण है कि अब जोधपुर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का फोकस इस पर भी हो गया है. इसकी वजह यह है कि गत दिनों सरस डेयरी के 15 कर्मचारियों का एक साथ पॉजिटिव आना.

यह भी पढ़ें- चोरी के आरोपी निकले कोरोना पॉजिटिव, खिड़की तोड़ अस्पताल से भागे...59 पुलिसकर्मी क्वॉरेंटाइन

क्या होते हैं सुपर स्प्रेडर-

ऐसे लोग जो प्रतिदिन कई लोगों के संपर्क में आते हैं. जैसे सरकारी कर्मचारी, दुकानदार, सप्लायर, स्वास्थ्य कर्मी, सैलूनकर्मी जिनके खुद पॉजिटिव होने पर इस संक्रमण के तेजी से फैलने का खतरा रहता है.

प्रवासी भी सुपर स्प्रेडर-

जिले में अब तक 14,000 से ज्यादा प्रवासी मजूदरों की जांच की गई है. इनमें 135 पॉजिटिव आए हैं. राहत की बात यह है कि यह भी 1.19 फीसदी है. कुल पॉजिटिविटी करीब 2 फीसदी है. जोधपुर में मंगलवार तक कुल 83,736 लोगों के नमूने जांच के लिए गए है. इनमें 1,606 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जो करीब 1.96 फीसदी है. यह दर भारत व देश के अन्य शहरों से कम है.

यह भी पढ़ें- कोरोना काल के बीच अजमेर के साजिद अख्तर सफदरजंग अस्पताल में दे रहे हैं सेवाएं, परिवार गर्व से अभिभूत

जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने भी सुपर स्प्रेडर के खतरे को देखते हुए कई लोगों की जांच करवाने की बात भी कही है. इसके अलावा सैलूनकर्मी, सब्जी विक्रेता, डिस्कॉमकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी सहित कई श्रेणी के लोग पॉजिटिव आ चुके हैं. इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने अब निजी अस्पतालों के कर्मचारियों व डॉक्टरों की भी जांच शुरू करवा दी है. इसके अलावा शहर की प्रमुख सब्जी मंडियों के विक्रेताओं की भी जांच करवाई गई है.

डिस्टेंसिंग की पालना अब ज्यादा जरूरी-

प्रशासन का कहना है कि बाजारों में अब सर्वाधिक सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करना आवश्यक है. इससे ही दुकानदार और खरीदार दोनों संक्रमण से बच सकते हैं इसकी पालना के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन जनता को भी इसके लिए आगे आना होगा.

जोधपुर. लॉकडाउन 5.0 में मिली छूट के चलते बाजारों में चहल पहल हो गई है. सभी तरह की दुकानें खुल गई हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा बढ़ गया है. प्रशासन के मुताबिक ये लोग सुपर स्प्रेडर की श्रेणी में आते हैं.

'सुपर स्प्रेडर' बढ़ाएंगे कोरोना

बाजार खुलने से व्यवसायियों की अपनी दुकानों का सामान लाने और ले जाने के दौरान कई बार आवाजाही होगी. ऐसे में ये कई लोगों के संपर्क में भी आएंगे. वहीं कई ऐसे भी व्यवसाय हैं जो रोजाना कई लोगों के सीधे संपर्क में होंगे. इनमें प्रमुख तौर पर स्वास्थ्य कर्मी, सैलूनकर्मी, सप्लाई वेंडर व सरकारी कर्मचारी हैं. जिनके संपर्क में प्रतिदिन कई लोग आते हैं. ऐसे लोगों में अगर कोरोना पॉजिटिव आता है तो प्रशासन उसे सुपर स्प्रेडर मानता है यानी इनसे सर्वाधिक संक्रमण फैलने की आशंका रहती है.

हालांकि अभी तक शहर में सुपर स्प्रेडर के 51 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं राहत की बात यह है कि यह सिर्फ 0.96 फीसदी है. अब 1 जून से बाजार खुल गए हैं और अनियंत्रित आवाजाही के चलते ऐसे मामले बढ़ने की आशंका है. यही कारण है कि अब जोधपुर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का फोकस इस पर भी हो गया है. इसकी वजह यह है कि गत दिनों सरस डेयरी के 15 कर्मचारियों का एक साथ पॉजिटिव आना.

यह भी पढ़ें- चोरी के आरोपी निकले कोरोना पॉजिटिव, खिड़की तोड़ अस्पताल से भागे...59 पुलिसकर्मी क्वॉरेंटाइन

क्या होते हैं सुपर स्प्रेडर-

ऐसे लोग जो प्रतिदिन कई लोगों के संपर्क में आते हैं. जैसे सरकारी कर्मचारी, दुकानदार, सप्लायर, स्वास्थ्य कर्मी, सैलूनकर्मी जिनके खुद पॉजिटिव होने पर इस संक्रमण के तेजी से फैलने का खतरा रहता है.

प्रवासी भी सुपर स्प्रेडर-

जिले में अब तक 14,000 से ज्यादा प्रवासी मजूदरों की जांच की गई है. इनमें 135 पॉजिटिव आए हैं. राहत की बात यह है कि यह भी 1.19 फीसदी है. कुल पॉजिटिविटी करीब 2 फीसदी है. जोधपुर में मंगलवार तक कुल 83,736 लोगों के नमूने जांच के लिए गए है. इनमें 1,606 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जो करीब 1.96 फीसदी है. यह दर भारत व देश के अन्य शहरों से कम है.

यह भी पढ़ें- कोरोना काल के बीच अजमेर के साजिद अख्तर सफदरजंग अस्पताल में दे रहे हैं सेवाएं, परिवार गर्व से अभिभूत

जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने भी सुपर स्प्रेडर के खतरे को देखते हुए कई लोगों की जांच करवाने की बात भी कही है. इसके अलावा सैलूनकर्मी, सब्जी विक्रेता, डिस्कॉमकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी सहित कई श्रेणी के लोग पॉजिटिव आ चुके हैं. इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने अब निजी अस्पतालों के कर्मचारियों व डॉक्टरों की भी जांच शुरू करवा दी है. इसके अलावा शहर की प्रमुख सब्जी मंडियों के विक्रेताओं की भी जांच करवाई गई है.

डिस्टेंसिंग की पालना अब ज्यादा जरूरी-

प्रशासन का कहना है कि बाजारों में अब सर्वाधिक सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करना आवश्यक है. इससे ही दुकानदार और खरीदार दोनों संक्रमण से बच सकते हैं इसकी पालना के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन जनता को भी इसके लिए आगे आना होगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.