जोधपुर. एम्स जोधपुर में कोरोना संक्रमित आसाराम का उपचार चल रहा है. बीती 7 मई के दिन आसाराम को एमजीएच अस्पताल से जोधपुर एम्स के आईसीयू में भर्ती किया गया था. पहले दिन से ही उन्हे वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं, लेकिन बीते कुछ दिनों से लगातार गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ने और वार्ड में होने वाली मौतों से आसाराम भय के साए में हैं. खुद पूरी तरह से स्वस्थ होने के कारण आसाराम अपने बेड पर बैठे-बैठे वार्ड में होने वाली हर गतिविधि पर नजर रख रहें है.
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अस्पताल सूत्रों की माने तो किसी नए मरीज के आने और किसी की मौत हो जाने पर वह नर्सिंग कर्मियों से सीधा पूछते हैं कि क्या हुआ? क्यों हुआ? उनके आसपास भी कई गंभीर मरीज है, जो ऑक्सीजन और वेंटिलेटर पर रखे गए हैं, उन्हें देख-देखकर अब आसाराम को अब डर लगने लगा है. यही कारण था कि मंगलवार को आसाराम ने कह दिया कि उन्हे दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए. जिसके चलते उन्हे नजदीक के दूसरे आईसीयू में शिफ्ट किया गया है. जहां कमोबेश कम गंभीर मरीज उपचाररत हैं.
दरअसल 7 मई की रात को महात्मा गांधी अस्पताल से आसाराम को जब एम्स लाया गया था, तो उन्हे आपातकालीन इकाई से सीधे आईसीयू संख्या 5 में भर्ती किया गया था. जहां ज्यादातर इमरजेंसी में आने वाले गंभीर मरीज ही भर्ती किए जाते हैं. ऐसे मरीजों की हालत देख देखकर आसाराम असहज होने लगे हैं. ऐसे में एम्स के डॉक्टरों ने तय किया कि इस उम्र में उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए. जिससे उनकी तबीयत न बिगड़े.
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बता दें कि यौन शोषण के अपराध में आसाराम आजीवन कारावास की सजा जोधपुर जेल में काट रहे हैं. जोधपुर सेंट्रल जेल में कैद आसाराम को कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमित पाया गया था, जिसके बाद उन्हें महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जेल में अचानक तबीयत बिगड़ने पर आसाराम को एमजी अस्पताल लाया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए एम्स भेजा गया.