जोधपुर. बजरी माफिया से मासिक बंदी लेने के मामले में फरार चल रहे बासनी थाने के तत्कालीन थानाधिकारी संजय बोथरा को जल्द ही भगोड़ा घोषित किया जाएगा. साथ ही इनामी राशि भी घोषित की जाएगी. रिश्वत मामले में सह आरोपी हेड कांस्टेबल तेजा राम की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान शुक्रवार को इस मामले के जांच अधिकारी सीपी शर्मा ने यह जानकारी दी.
जस्टिस विजय विश्नोई की कोर्ट में सुनवाई के दौरान जांच अधिकारी ने बताया कि संजय बोथरा की गिरफ्तारी के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं. साथ ही यह भी बताया कि बोथरा को गिरफ्तार करने के लिए उनकी संपत्ति को अटैचमेंट करने की कार्रवाई के साथ ही उन्हें भगोड़ा घोषित करने एवं उन पर इनाम राशि तय करने की प्रक्रिया जारी है. जिसे जल्दी ही पूरा कर लिया जाएगा.
कोर्ट ने बोथरा की गिरफ्तारी के लिए किए जा रहे प्रयासों के संबंध में अगली सुनवाई पर प्रोग्रेस रिपोर्ट के साथ कोर्ट में उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं और हेड कांस्टेबल तेजा राम की जमानत याचिका को स्वीकार कर लिया है. अब इस मामले की अगली सुनवाई 9 अगस्त को होगी. हेड कांस्टेबल तेजाराम की ओर से एडवोकेट रणजीत जोशी एवं अभिजीत जोशी ने पक्ष रखा. वहीं राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता फरजंद अली ने पक्ष रखा.
गौरतलब है कि एसीबी ने बजरी माफिया से मासिक बंदी लेने के मामले में बासनी थाने के तत्कालीन सब इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह को रिश्वत लेते ट्रैप किया था. जांच में हेड कांस्टेबल तेजा राम और सीआई संजय बोथरा की भूमिका भी सामने आई थी. लंबे समय तक हेड कांस्टेबल तेजाराम फरार रहा था. कोर्ट के सख्त आदेश के बाद तेजाराम को आखिरकार समर्पण करना पड़ा और वह जोधपुर की सेंट्रल जेल में बंद है. वहीं एसआई संजय बोथरा अभी भी फरार चल रहा है.