जोधपुर. संभाग के सबसे बड़े विश्विद्यालय जेएनवीयू में चल रहे पेपर लीक विवाद ने बुधवार को तूल पकड़ लिया. इसको लेकर जेएनवीयू केंद्रीय कार्यालय पर एबीवीपी और एनएसयूआई कार्यकर्ता आमने सामने (ABVP and NSUI clash in JNVU) हो गए. इस दौरान पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो एनएसयूआई के कार्यकर्ता पुलिस से भी बुरी तरह से उलझ गए. इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस बल के साथ नोकझोंक और धक्कामुक्की भी हुई.
पुलिस ने उनको मुख्य द्वार पर रोक दिया लेकिन जिला अध्यक्ष दिलीप चौधरी की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने बंदोबस्त को ध्वस्त कर दिया. जिला अध्यक्ष सहित सभी कार्यकर्ता पुलिसकर्मियों को धक्का देते हुए आगे बढ़ गए जिसके बाद एबीवीपी और एनएसयूआई के कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए. पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव कर दोनों पक्षों को अलग अलग किया. एनएसयूआई ने आरोप लगाया कि पेपर लीक मामले में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं का हाथ है जिसके पूरे साक्ष्य उनके पास हैं और वे इन्हें विश्वविद्यालय को सौंपेंगें. इसको लेकर एनएसयूआई के कार्यकर्ता केंद्रीय कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए.
उन्होंने मांग रखी कि कुलपति खुद बाहर आकर मिलें, लेकिन वीसी बाहर नहीं आए. करीब 2 घंटे तक गतिरोध बना रहा. वहीं एबीवीपी का आरोप है कि कुलपति ने सात दिवस में कार्रवाई का अश्वशन दिया, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नही की. जबकि एनएसयूआई अब इस मामले में राजनीति कर रही है ताकि दोषियों को बचाया जा सके. एबीवीपी के नेता काजल शर्मा ने आरोप लगाया कि एनएसयूआई के जो छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. इसमे ज्यादातर जेएनवीयू के नहीं हैं.
ऐसे में जेएनवीयू प्रशासन को इनके आईकार्ड की जांच के बाद ही अंदर जाने की अनुमति देनी चाहिए, लेकिन पुलिस भी ऐसा नहीं कर रही है. बल्कि शांति पूर्वक अपनी मांगें रखने वाले छात्रों को रोकने का काम किया जा रहा है.