जोधपुर. जिले के बासनी औद्योगिक क्षेत्र में मंगलवार देर शाम हुए हादसे को जोधपुर जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने कहा कि इस हादसे की बारीकी से पड़ताल की जा रही है. नगर निगम और जेडीए के इंजीनियर को मौके पर बुलाया गया है, जिससे हादसे के कारणों का पता चल सके.
जिला कलेक्टर ने कहा कि हादसे में कहीं ना कहीं क्रेन ऑपरेटिंग और अन्य कामों में लापरवाही रही है. इसको लेकर जिम्मेदार मालिक और ठेकेदारों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी. उन्होंने बताया कि हादसे में 8 लोगों की मौत हुई है, जबकि एक घायल ब्रेन डेड बताया जा रहा है, जिसे आधिकारिक रूप से मृत घोषित नहीं किया गया है. सभी मृतकों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से मुआवजा दिया जाएगा. वहीं घायलों को भी मुआवजा राशि दी जाएगी. वर्तमान में 5 घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है. इसके अलावा मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौजूद हैं.
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यह है पूरा मामला...
बता दें, बासनी स्थित निर्माणाधीन फैक्ट्री में मंगलवार देर शाम को मैटेलिक छत लगाने का काम चल रहा था. इस दौरान क्रेन से छत का पिलर उलझ गया, जिससे करीब 50 से 60 फीट ऊंची दीवारें धड़ाधड़ गिर गई. इस दौरान मौके पर काम कर रहे 15 से ज्यादा कारीगर और मजदूर दब गए, जिनमें से 8 लोगों की मौत हो गई.
राहत कार्य जारी...
मृतकों में ज्यादातर बाड़मेर और प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले हैं, जो यहां काम कर रहे थे. हादसे की सूचना के बाद पुलिस कमिश्नर, जिला कलेक्टर और संभाग आयुक्त सहित पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया. फिलहाल, पुलिस कर्मियों की ओर से नगर निगम कर्मचारी, एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीम की मदद से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है.
मालिक की तलाश जारी
वहीं, जोधपुर पुलिस का कहना है कि हादसे के बाद ठेकेदार को पुलिस ने हिरासत में लिया है. साथ ही मालिक की तलाश जारी है. उन्होंने कहा कि घटना में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ नियमानुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.