जोधपुर. कोरोना महामारी के चलते लगभग डेढ़ महीने से लॉकडाउन जारी है. राजस्थान के बाहर क्षेत्र में रहने वाले कई लोग अभी भी जोधपुर में फंसे हुए हैं. ऐसे ही लगभग 60 लोग शनिवार को जोधपुर के नागौरी गेट पुलिस थाने पहुंचे और थाना अधिकारी के सामने हाथ जोड़कर विनती करते हुए कहा कि उन्हें अपने अपने घरों पर जाने के लिए परमिशन दिलवाई जाए.
नागौरी गेट पुलिस थाने पहुंचे लगभग 50 से अधिक लोगों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल थे. ये लोग गुजरात के अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं. साथ ही कुछ लोग जयपुर ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले हैं, जो कि प्रशासन से अपने-अपने घरों पर भिजवाने की गुहार लगा रहे हैं.
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डेढ़ महीने पहले शीतला अष्टमी के दौरान नागौरी गेट इलाके में शीतला माता मंदिर मेला लगाया गया था, लेकिन कोरोना मरीजों के संक्रमण को बढ़ता हुआ देख जिला प्रशासन ने मेले पर रोक लगा दी थी. उसी मेले में गुब्बारा बेचने, झूला लगाने सहित खिलौने बेचने के काम के लिए राजस्थान के बाहरी हिस्सों से कई लोग आए थे. लेकिन अब वे सभी लोग पिछले डेढ़ महीने से जोधपुर में ही फंसे हुए हैं.
महिलाओं का कहना है कि उनके पास अब पैसे भी खत्म हो चुके हैं और उनके काम काज भी कुछ नहीं हैं. वे लोग अपने गांव जाना चाहते हैं, लेकिन जा नहीं पा रहे हैं. लोगों ने बताया कि उनके द्वारा दो से तीन बार अपने गांव जाने के लिए परमिशन हेतु अर्जी दी गई, लेकिन अभी तक जिला प्रशासन द्वारा उन्हें किसी प्रकार का कोई जवाब नहीं दिया गया.
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हालाकी नागौरी गेट थाना पुलिस की ओर से उनके खाने-पीने इत्यादि की व्यवस्था तो करवाई गई है, लेकिन सभी लोगों का कहना है कि वे सरकार से आग्रह करते हैं कि या तो उन्हें जोधपुर में ही कोई काम काज दिया जाए. जिससे कि वे पैसे कमा सकें और घर को चला सकें. अन्यथा सरकार की तरफ से उन्हें जल्द अपने घर पर भेजा जाए.