जोधपुर. राज्य सरकार की वृद्धजनों को तीर्थयात्रा करवाने की योजना के तहत मंगलवार को जोधपुर से जगन्नाथ पुरी के लिए पहली ट्रेन रवाना (pilgrims train to Jagannath Puri from Jodhpur) हुई. भगत की कोठी से इस ट्रेन को रवाना किया गया. कोरोना के चलते दो साल बाद फिर शुरू हुई यात्रा के तहत जोधपुर संभाग के अलावा हनुमानगढ़, बांसवाड़ा, बीकानेर, डूंगरपुर सहित अन्य जिलों के 552 यात्री यात्रा कर रहे हैं.
जोधपुर शहर विधायक मनीषा पंवार ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत श्रवण कुमार बनकर वरिष्ठजनों को तीर्थयात्रा करवा रहे हैं. इस ट्रेन में यात्रा करने आई डूंगरपुर की जयंतिदेवी दर्जी ने बताया कि हम भगवान से कामना करेंगे कि राजस्थान का भला हो. सब सुखी रहें. पाली से आए सोहनलाल व्यास ने बताया कि दो साल से वह प्रयासरत थे कि पुरी की यात्रा हो जाए. इस बार पति-पत्नी दोनों का चयन हो गया. व्यास ने इसके लिए राजस्थान सरकार को धन्यवाद ज्ञापित किया.
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सहायक देवस्थान आयुक्त जगदीश थानवी ने बताया कि यह ट्रेन 17 अक्टूबर को वापस लौटेगी. विधायक मनीषा पंवार ने सभी यात्रियों को शुभकामनाएं दी. विधायक ने कहा कि सीएम गहलोत श्रवण बनकर राजस्थान के वरिष्ठजनों को तीर्थयात्रा करवा रहे हैं. इस मौके पर महापौर कुति देवडा, जिलाध्यक्ष नरेश जोशी सहित अन्य कांग्रेस के नेता व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.
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अंतिम सप्ताह में रामेश्वर के लिए ट्रेन प्रस्तावित: सहायक आुयक्त ने बताया कि इसके बाद जोधपुर संभाग व अन्य जिलों के लिए अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में रामेश्वरम के लिए ट्रेन प्रस्तावित है. पूरे प्रदेश से कुल 20 हजार वरिष्ठजनों को सरकार तीर्थ यात्रा करवा रही है. इनमें से दो हजार को हवाईयात्रा से काठमांडू भी ले जाया जा रहा है. इसका पूरा खर्च सरकार उठाती है. ट्रेन यात्रा में प्रतियात्री करीब 27 हजार रुपए खर्च आ रहा है.