जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. जहां एक ओर सरकार की तरफ से लगातार जनता से अपील की जा रही है कि घरों पर ही रहें और अपनी जान को बचाएं. वहीं दूसरी तरफ अब मुस्लिम समाज ने भी अपनी पूरी कमर कस ली है.
इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज पवित्र महीने रमजान का आखिरी जुम्मा है. इस महीने को अलविदा और जुम्मा तुल विदा के नाम से जाना है. इस जुमे के मौके पर जयपुर के जोहरी बाजार इलाके में स्थित जामा मस्जिद में किसी तरह से सामूहिक रूप से कोई भी नमाज नहीं पढ़ी जाएगी, जिस जामा मस्जिद में लाखों की संख्या में लोग जुमे की नमाज को पढ़ने के लिए पहुंचा करते थे. वहां पर इस मर्तबा खामोशी नजर आएगी, जितने लोगों को सरकार की तरफ से मुकर्रर किया गया है. बस वही लोग यहां पर नमाज अदा करेंगे.
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इस बात का ऐलान खुद जामा मस्जिद इंतजाम या कमेटी के अध्यक्ष नईमुद्दीन कुरेशी की तरफ से किया गया है. नईम उद्दीन कुरैशी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कहा, वैश्विक महामारी कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. इस बात को देखते हुए दूसरी बार ऐसा होगा जब सामूहिक रूप से कोई नमाज जमा मस्जिद जयपुर में अदा नहीं की जाएगी.
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उन्होंने कहा, मैं जनता से अपील करूंगा कि सभी लोग अपने घरों पर ही नमाज अदा करें और जो भी राजस्थान सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से गाइडलाइन जारी की जा रही है. उस गाइडलाइन का मुकम्मल तौर पर ख्याल रखें.