जयपुर. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में भेड़िये ने 10 शावकों को जन्म दिया है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में अब 23 भेड़िए हो चुके हैं. वुल्फ ब्रीडिंग में जयपुर का पूरे देश में अव्वल स्थान (Jaipur number one in number of wolves) बन गया है.
वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉ अरविंद माथुर नए शावकों की देख रेख कर रहे हैं. पिछले वर्ष भी भेड़िया प्रजनन में वृद्धि हुई थी. राजस्थान के भेड़ियों की दूसरे राज्यों के चिड़ियाघरों में काफी मांग है. ऐसे में एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत चिड़ियाघर को कुछ अन्य वन्यजीव मिल सकते हैं. महाराष्ट्र से 2 बाघ और एक उदबिलाव भी लाने की योजना बनाई जा रही है.
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नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में देश में सबसे ज्यादा वुल्फ यानी भेड़िए हो चुके हैं. देश के किसी भी चिड़ियाघर में इतनी संख्या में भेड़िए नहीं है. देश के विभिन्न चिड़ियाघरों में भेड़िया की काफी डिमांड है. भेड़िए के बदले देश के विभिन्न चिड़ियाघरों से बिग केट्स आसानी से मिल जाते हैं. एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत भेड़िए के बदले जयपुर में कई टाइगर, लॉयन और हिप्पो लाए जा चुके हैं.
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पशु चिकित्सक अरविंद माथुर के मुताबिक नाहरगढ़ जैविक उद्यान के रेस्क्यू सेंटर में भेड़िए ने 10 बच्चों को जन्म दिया है. सभी बच्चे पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में 23 वुल्फ हो चुके हैं. भोपाल, दिल्ली, शकरबाग, जोधपुर, उदयपुर और बैंगलोर चिड़ियाघर से वुल्फ के बदले काफी वन्यजीव लाए जा चुके हैं. जयपुर में वुल्फ की सफल ब्रीडिंग होने के साथ उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में टाइगर, लॉयन और अन्य प्रजातियों के वन्यजीव देश के विभिन्न चिड़ियाघरों से मिलेंगे.