जयपुर. चातुर्मास और अधिकमास के चलते पिछले 5 महीने से शादियों पर लगा लॉक कल से अनलॉक होगा. देवउठनी एकादशी पर तुलसी शालिग्राम के विवाह के साथ फिर से शहनाइयों की गूंज सुनाई देगी. इस वर्ष के अंतिम दो माह नवंबर और दिसंबर में सिर्फ 8 शादियों के शुभ लग्न मुहूर्त है. जिसके तहत जयपुर में करीब 3 हजार शादियां होगी.
ज्योतिष आचार्य पंडित पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि, इस माह 25, 27 और 30 नवंबर को शुभ मुहूर्त रहेगा. तो वहीं अगले महीने में 1, 7, 9, 10 और 11 दिसंबर को शुभ लग्न में शादी-ब्याह होंगे. उसके बाद फिर से 15 दिसंबर से 14 जनवरी तक मलमास चलेगा. इसके बाद 17 जनवरी से 15 फरवरी के बीच देव गुरु अस्त रहेंगे. यह पुराक्रम जनवरी से लेकर मार्च तक चलेगा. इसके बाद 25 अप्रैल से ही विवाह के शुभ मुहूर्त होंगे.
नवंबर-दिसंबर में होने वाली शादियों में कोरोना के चलते ना पहले सी कोई धूमधाम है ना तो उतने मेहमान और ना ही सड़को पर बारात, निकासी, घोड़ी, बैंड बाजे पर नाच होगा. कारण की, बैंडबाजों और बारात को लेकर राज्य सरकार की ने रोक लगा रखी है. सिर्फ विवाह स्थल पर सीमित संख्या में मेहमानों के साथ ब्याह आयोजित होंगे.