जयपुर. गहलोत सरकार की तीसरी वर्षगांठ का जश्न मना रही है, लेकिन कंप्यूटर अनुदेशक (RSMSSB Computer Teacher Vacancy 2021) की भर्ती तीन बार घोषणा और सिलेबस जारी होने के बाद भी अटकी हुई है.
कंप्यूटर अनुदेशक भर्ती (Computer Instructor Recruitment 2021) की विज्ञप्ति जारी करने की मांग को लेकर कंप्यूटर शिक्षित बेरोजगार लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. आज बुधवार को उन्होंने अपनी इस मांग को लेकर रैली निकाली और सीएम आवास के घेराव का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें सिविल लाइन्स फाटक पर ही रोक दिया. इस दौरान बेरोजगारों ने राहुल गांधी के मुखौटे पहनकर प्रदर्शन किया.
बीते कई दिनों से चल रहा है आंदोलन : दरअसल, सरकार द्वारा 10 हजार से ज्यादा पदों पर कंप्यूटर अनुदेशक भर्ती की घोषणा करने के बाद इसका सिलेबस भी जारी कर दिया गया, लेकिन अभी तक भर्ती की विज्ञप्ति जारी नहीं की गई है. विज्ञप्ति जारी करवाने की मांग को लेकर बेरोजगार बीते कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. आज कंप्यूटर शिक्षित बेरोजगारों ने स्टेच्यू सर्किल से पैदल मार्च निकाला और सीएम आवास का घेराव करने पहुंचे, लेकिन उन्हें पुलिस ने सिविल लाइन्स फाटक पर ही रोक दिया. इस दौरान कई बेरोजगार युवक-युवतियों ने राहुल गांधी के मुखौटे पहनकर प्रदर्शन किया.
मुख्यमंत्री गहलोत से मुलाकात की मांग : सिविल लाइन्स फाटक के पास प्रदर्शन कर रहे बेरोजगारों की पुलिस से नोंक-झोंक हुई और पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया है. इसके बाद अन्य प्रदर्शनकारी सिविल लाइन्स फाटक के पास धरने पर बैठ गए हैं. उनका कहना है कि जब तक पुलिस उनके साथियों को छोड़ती नहीं है और उनकी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात नहीं करवाई जाती है. तब तक वे धरने पर बैठे रहेंगे.
ये है पूरा मामला : दरअसल, सरकार ने 20 फरवरी 2020 को बजट में पहली बार कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की थी. इसके बाद 19 जून 2021 को संविदा के आधार पर भर्ती करने की बात कही. लेकिन बेरोजगार स्थाई भर्ती की मांग पर अड़ गए. अपनी इस मांग को लेकर बेरोजगारों ने 18 जुलाई 2021 को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की और नियमित कंप्यूटर शिक्षक की भर्ती की गुहार लगाई थी. इसके बाद दस हजार से ज्यादा पदों पर नियमित कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की गई थी. स्थाई भर्ती की घोषणा के बाद सिलेबस भी जारी कर दिया गया है. लेकिन कंप्यूटर शिक्षक भर्ती की विज्ञप्तिjजारी नहीं होने से प्रदेश के करीब तीन लाख से ज्यादा बेरोजगार परेशान हैं.