जयपुर. पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों को लेकर जगह-जगह देशभर में धरना प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इसी क्रम में संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर गुरुवार को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया.
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प्रदर्शन के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों ने 8 मिनट तक अपनी-अपनी गाड़ियों के हॉर्न बजाकर बढ़ती महंगाई की तरफ केंद्र सरकार ध्यान आकृष्ट किया और दाम कम करने की मांग की. प्रदर्शन के बाद संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा गया.
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संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार को जन आंदोलन की भी चेतावनी दी है. ज्ञापन के जरिए बताया गया कि पूरे देश में पेट्रोल डीजल और रसोई गैस की कीमतें अनियंत्रित तरीके से बढ़ रही है. देश में डीजल की कीमत 100 और पेट्रोल की कीमत 110 रुपए तक पहुंच गई है. रसोई गैस की कीमतें 4 सालों में दुगनी से अधिक होकर 850 रुपए प्रति सिलेंडर पहुंच गई.
यह बढ़ी हुई कीमतें आम जनता को लगातार परेशान कर रही है और जनता का रसोई का बजट भी बिगड़ गया है. मोर्चा ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि केंद्र सरकार ने गुपचुप तरीके से रसोई गैस पर मिलने वाली सब्सिडी को भी समाप्त कर दिया है. संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता सीबी यादव ने बताया कि भारत में ईंधन की कीमतें श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल जैसे पड़ोसी देशों की तुलना में काफी अधिक है. जबकि ये देश भारत से ही पेट्रोल डीजल खरीदते हैं.
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यादव ने कहा कि एक ओर कोरोना के कारण लॉकडाउन में करोड़ों लोगों का रोजगार छिन गया है तो दूसरी ओर पेट्रोल डीजल के दाम बढ़कर सरकार महंगाई बढ़ा रही है. जयपुर कलेक्ट्रेट पर संयुक्त किसान मोर्चा ने 8 मिनट तक गाड़ियों के हॉर्न बजाकर पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दाम बढ़ाने का विरोध जताया और सरकार से मांग की कि वे पेट्रोल डीजल और रसोई गैस के दाम कम करे.
संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र की मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दाम कम कर आम जनता को राहत नहीं दी गई तो पूरे देश में महंगाई को लेकर एक बड़ा जन आंदोलन छेड़ा जाएगा. इस जन आंदोलन के तहत गांव-गांव में प्रदर्शन किया जाएगा.