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जयपुर कलेक्टर ने बेटी अमिता को दिया दीपावली गिफ्ट, मिठाई खिलाकर पटाखे भी दिए

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Published : Oct 24, 2019, 9:43 AM IST

जयपुर के कलेक्टर जगरूप सिंह यादव 'आपकी बेटी योजना' के तहत गोद ली हुई बेटी अमिता से मिलकर भावुक हो गए. उन्होंने अमिता से मिल कर उसे गिफ्ट दिया और ढेर सारी बातें भी की. इसके साथ ही अमिता का उसके भविष्य को लेकर उसका मार्गदर्शन भी किया.

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जयपुर. राजस्थान सरकार की आपकी बेटी योजना के तहत वर्तमान जयपुर कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने तत्कालीन कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन द्वारा गोद ली हुई बेटी अमिता से मुलाकात की. जगरूप सिंह यादव करीब 10 महीने बाद अमिता से मिलने कलेक्ट्रेट दफ्तर पहुंचे. अमिता ने कलेक्ट्रेट दफ्तर में घुसते ही कलेक्टर जगरूप सिंह के पांव छूकर आशीर्वाद लिया. कलेक्टर ने भी अमिता के सिर पर हाथ रख कर उसे आशीर्वाद दिया. फिर कुर्सी से उठे और केबिन में स्थित सोफे पर बैठकर 2 घंटे तक अमिता का खूब लाड-दुलार किया. इस दौरान दोनों भावुक भी हो गए.

कलेक्टर से मिल भावुक हो गई बेटी अमिता

इस दौरान अमिता बहुत खुश नजर आई. वह कलेक्ट्रेट दफ्तर पहली बार आई थी. कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने करीब 2 घंटे तक बेटी अमिता से बात की. उससे उसकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली, हॉबी के बारे में पूछा. साथ ही खाने-पीने के बारे में पूछा और अमिता की आगे की पढ़ाई के लिए उसका मार्गदर्शन भी किया.

पढ़ेंः 3 साल की बच्ची से दुष्कर्म के मामले में अभियुक्त को आजीवन कारावास की सजा

अमिता ने कलेक्टर यादव को बताया कि वह बड़ी होकर एसडीएम बनना चाहती है. कलेक्टर ने वादा किया कि वह उसे एसडीएम बनाने में उसका पूरा सहयोग करेंगे. कलेक्टर ने कहा कि उसकी स्किल डेवलपमेंट पर विशेष जोर दिया जाएगा. हालांकि, जगरूप सिंह यादव को पता नहीं था कि उनके पहले जो कलेक्टर थे उनके द्वारा गोद ली हुई बेटी भी है, जो अमिता है. इसलिए अमिता से मिलने में मिलने में उन्हें देर हो गई. कलेक्टर ने अमिता को दिवाली पर कपड़े, मिठाई, पटाखे और चॉकलेट गिफ्ट किए. वहीं अमिता टाक ने कलेक्टर यादव को चॉकलेट भी खिलाई.

पढ़ेंः जयपुर में 24 लाख रुपए नगदी से भरा एटीएम लूटा, ATM के साथ सीसीटीवी कैमरे भी उखाड़ ले गए चोर

जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि उनकी बेटी लंदन में रहती है और काफी समय से वह उससे मिले नहीं है. अमिता को देखकर उन्हें उपनी बेटी की याद आ गई. जगरूप सिंह यादव ने कहा कि उनसे पहले सिद्धार्थ महाजन कलेक्टर थे और उन्हें पता नहीं था कि कलेक्टर की गोद ली हुई बेटी भी है. पर जगरूप सिंह को पता लगा तो उन्होंने अमिता को दफ्तर में बुलाया और उससे काफी बातें भी की.

पढ़ेंः RU की सिंडिकेट बैठक में 304 करोड़ का बजट पारित, पत्रकारिता विभाग का मामला एकेडमिक काउंसिल को

उन्होंने कहा कि अमिता से मिलकर उन्हें बहुत खुशी हुई है. बता दें कि एसडीएम ओमप्रभा अमिता टांक को लेकर कलेक्टर के पास पहुंची थी. ओम प्रभा 'आपकी बेटी योजना' की प्रभारी अधिकारी है. वह हर समय अमिता के संपर्क में रहती हैं. अमिता भी हर सुख-दुख में उन्हें ही याद करती है.

जयपुर. राजस्थान सरकार की आपकी बेटी योजना के तहत वर्तमान जयपुर कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने तत्कालीन कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन द्वारा गोद ली हुई बेटी अमिता से मुलाकात की. जगरूप सिंह यादव करीब 10 महीने बाद अमिता से मिलने कलेक्ट्रेट दफ्तर पहुंचे. अमिता ने कलेक्ट्रेट दफ्तर में घुसते ही कलेक्टर जगरूप सिंह के पांव छूकर आशीर्वाद लिया. कलेक्टर ने भी अमिता के सिर पर हाथ रख कर उसे आशीर्वाद दिया. फिर कुर्सी से उठे और केबिन में स्थित सोफे पर बैठकर 2 घंटे तक अमिता का खूब लाड-दुलार किया. इस दौरान दोनों भावुक भी हो गए.

कलेक्टर से मिल भावुक हो गई बेटी अमिता

इस दौरान अमिता बहुत खुश नजर आई. वह कलेक्ट्रेट दफ्तर पहली बार आई थी. कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने करीब 2 घंटे तक बेटी अमिता से बात की. उससे उसकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली, हॉबी के बारे में पूछा. साथ ही खाने-पीने के बारे में पूछा और अमिता की आगे की पढ़ाई के लिए उसका मार्गदर्शन भी किया.

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अमिता ने कलेक्टर यादव को बताया कि वह बड़ी होकर एसडीएम बनना चाहती है. कलेक्टर ने वादा किया कि वह उसे एसडीएम बनाने में उसका पूरा सहयोग करेंगे. कलेक्टर ने कहा कि उसकी स्किल डेवलपमेंट पर विशेष जोर दिया जाएगा. हालांकि, जगरूप सिंह यादव को पता नहीं था कि उनके पहले जो कलेक्टर थे उनके द्वारा गोद ली हुई बेटी भी है, जो अमिता है. इसलिए अमिता से मिलने में मिलने में उन्हें देर हो गई. कलेक्टर ने अमिता को दिवाली पर कपड़े, मिठाई, पटाखे और चॉकलेट गिफ्ट किए. वहीं अमिता टाक ने कलेक्टर यादव को चॉकलेट भी खिलाई.

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जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि उनकी बेटी लंदन में रहती है और काफी समय से वह उससे मिले नहीं है. अमिता को देखकर उन्हें उपनी बेटी की याद आ गई. जगरूप सिंह यादव ने कहा कि उनसे पहले सिद्धार्थ महाजन कलेक्टर थे और उन्हें पता नहीं था कि कलेक्टर की गोद ली हुई बेटी भी है. पर जगरूप सिंह को पता लगा तो उन्होंने अमिता को दफ्तर में बुलाया और उससे काफी बातें भी की.

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उन्होंने कहा कि अमिता से मिलकर उन्हें बहुत खुशी हुई है. बता दें कि एसडीएम ओमप्रभा अमिता टांक को लेकर कलेक्टर के पास पहुंची थी. ओम प्रभा 'आपकी बेटी योजना' की प्रभारी अधिकारी है. वह हर समय अमिता के संपर्क में रहती हैं. अमिता भी हर सुख-दुख में उन्हें ही याद करती है.

Intro:जयपुर। जयपुर कलेक्ट्रेट स्थित कलेक्टर के दफ्तर में अमिता ने घुसते ही कलेक्टर के पांव छूकर आशीर्वाद लिया। कलेक्टर ने भी अमिता के सर पर हाथ रख कर उसे आशीर्वाद दिया। फिर कुर्सी से उठे और कैबिन में स्थित सोफे पर बैठकर 2 घंटे तक अमिता का खूब लाड किया। इस दौरान दोनों भावुक भी हुए।
यह नजारा था कलेक्टर के दफ्तर का। जयपुर कलेक्टर जगरूप सिंह यादव करीब 10 महीने बाद अमिता टांक से पहली बार मिल रहे थे।


Body:अमिता जयपुर कलेक्टर द्वारा गोद ली हुई बेटी है।
अपने कलेक्टर पापा से मिलकर अमिता बहुत खुश हुई। वह अपने कलेक्टर पापा से मिलने पहली बार यहां आई थी। अपने कलेक्टर पापा से मिलने की खुशी उसके चेहरे और आंखों में आंसू के रूप में साफ दिखाई दे रही थी। कलेक्टर पापा जगरूप सिंह यादव ने करीब 2 घंटे तक अमिता टांक के साथ रहे। कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने अमिता को अपने पास बैठा कर ढेर सारी बातें की। उससे पढ़ाई के बारे में जानकारी ली उसकी हॉबी के बारे में पूछ। खाने पीने के बारे में पूछा और उसे आगे की पढ़ाई के लिए उसका मार्गदर्शन भी किया।

एसडीएम बनना चाहती है अमिता-
अमित टांक ने अपने कलेक्टर पापा को बताया कि वह बड़ी होकर एसडीएम बनना चाहती है। कलेक्टर पापा ने वादा किया कि वह उसको एसडीएम बनाने में उसका पूरा सहयोग करेंगे। कलेक्टर जागरूप सिंह यादव ने कहा कि उसकी स्किल डेवलपमेंट पर विशेष जोर दिया जाएगा हालांकि जगरूप सिंह यादव को पता नहीं था कि जयपुर कलेक्टर द्वारा गोद ली हुई बेटी भी है इसलिए अमिता से मिलने में मिलने में देर हो गई।

पिता और बेटी ने एक-दूसरे को खिलाई चॉकलेट-
अमित टांक के चेहरे पर दिवाली पर अपने कलेक्टर पापा से मिलने की खुशी साफ झलक रही थी। कलेक्टर पापा ने अमिता को दिवाली पर कपड़े, मिठाई, पटाखे और चॉकलेट गिफ्ट किये। कलेक्टर पापा जागरूप सिंह यादव और अमिता टांक ने एक-दूसरे को चॉकलेट खिलाई।

आने वाले कलेक्टर को बता कर जाऊंगा अमिता के बारे में-
जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि उनकी बेटी लंदन में रहती है और काफी समय से भी उससे मिले नहीं है। अमिता को देखकर उसकी भी याद आ गई उन्होंने कहा कि पहले मुझे पता नहीं था की कलेक्टर की गोद ली हुई बेटी भी है और जब पता लगा तो उसे यहां दफ्तर में बुलाया गया और उसे प्यार करके उसे गिफ्ट भी दिए गए। उन्होंने कहा कि अमिता से मिलकर उन्हें बहुत खुशी हुई है।

एसडीएम ओम प्रभा रहती है संपर्क में-
एसडीएम ओम प्रभा अमिता टांक को लेकर कलेक्टर के पास पहुंची थी। आपकी बेटी योजना की प्रभारी अधिकारी भी एसडीएम ओम प्रभा ही है। वह हर समय अमिता के संपर्क में रहती हैं अमिता भी हर सुख दुख में उन्हें ही याद करती है।

बाईट 1. अमिता टांक, कलेक्टर की गोद ली हुई बेटी
2. जागरूप सिंह यादव, जिला कलेक्टर जयपुर



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