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पार्टिसिपेटिंग, प्रोग्रेसिव और पॉजिटिविटी से होती है बेहतर लीडरशिप: मंत्री सुभाष गर्ग - जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट

जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में दो दिवसीय 7वीं इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आगाज हुआ. यूथ 2025 सीरीज की इस कॉन्फ्रेंस का विषय री-इमेजिंग लीडरशिप फॉर ग्लोबल वर्क फोर्स रहा. समारोह के मुख्य अतिथि तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग रहे.

Jaipuria Institute of Managemen, जयपुर में इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस
जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में दो दिवसीय 7 वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू
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Published : Jan 17, 2020, 4:23 PM IST

जयपुर. जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में दो दिवसीय 7वीं इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आगाज हुआ. यूथ 2025 सीरीज की इस कॉन्फ्रेंस का विषय री-इमेजिंग लीडरशिप फॉर ग्लोबल वर्क फोर्स रहा. समारोह के मुख्य अतिथि तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग रहे और गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव मुग्धा सिन्हा मौजूद रहीं.

जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में दो दिवसीय 7 वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू

सेमिनार में देश विदेश के वक्ताओं ने भी हिस्सा लिया. भूटान के पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. डीएस पावेल मौजूद रहे. वहीं जम्मू-कश्मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल, चीन के डॉ. जैकब कुरियन ने विभिन्न विषयों पर विचार व्यक्त किए. इसी बीच राजस्थान से जुड़ी चार केस स्टडीज पर भी चर्चा हुई.

पढ़ें- विश्वेंद्र सिंह के समर्थन में पायलट, "सरकार चलाना एक की जिम्मेदारी नहीं, जनता ने एक व्यक्ति को नहीं, कांग्रेस को चुना है''

मंत्री सुभाष गर्ग ने बेहतर यंग लीडरशिप के लिए तीन पी का फण्डा बताया. जिसमें युवाओं को पार्टिसिपेटिंग, प्रोग्रेसिव और पॉजिटिव होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर युवा इन तीनों चीजों को अपनाते हैं तो लीडरशिप की चुनौतियों को पूरा कर पाएंगे. वहीं यंग लीडरशिप ऐसी हो कि आज का युवा ना सिर्फ बिजनेस से जुड़ी चुनौतियों का सामना करे, बल्कि ग्लोबल, सोशल और अन्य चीजों का भी सामना आसानी से कर सके. जयपुरिया इंस्टीटूट के वाइस चेयरमैन श्रीवत्स जयपुरिया ने बताया कि आज लीडरशिप पार्टिसिपटिव बनती जा रही है. वहीं लीडरशिप में लोगों को साथ में लेकर चलना होगा.

जयपुर. जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में दो दिवसीय 7वीं इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आगाज हुआ. यूथ 2025 सीरीज की इस कॉन्फ्रेंस का विषय री-इमेजिंग लीडरशिप फॉर ग्लोबल वर्क फोर्स रहा. समारोह के मुख्य अतिथि तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग रहे और गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव मुग्धा सिन्हा मौजूद रहीं.

जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में दो दिवसीय 7 वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू

सेमिनार में देश विदेश के वक्ताओं ने भी हिस्सा लिया. भूटान के पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. डीएस पावेल मौजूद रहे. वहीं जम्मू-कश्मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल, चीन के डॉ. जैकब कुरियन ने विभिन्न विषयों पर विचार व्यक्त किए. इसी बीच राजस्थान से जुड़ी चार केस स्टडीज पर भी चर्चा हुई.

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मंत्री सुभाष गर्ग ने बेहतर यंग लीडरशिप के लिए तीन पी का फण्डा बताया. जिसमें युवाओं को पार्टिसिपेटिंग, प्रोग्रेसिव और पॉजिटिव होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर युवा इन तीनों चीजों को अपनाते हैं तो लीडरशिप की चुनौतियों को पूरा कर पाएंगे. वहीं यंग लीडरशिप ऐसी हो कि आज का युवा ना सिर्फ बिजनेस से जुड़ी चुनौतियों का सामना करे, बल्कि ग्लोबल, सोशल और अन्य चीजों का भी सामना आसानी से कर सके. जयपुरिया इंस्टीटूट के वाइस चेयरमैन श्रीवत्स जयपुरिया ने बताया कि आज लीडरशिप पार्टिसिपटिव बनती जा रही है. वहीं लीडरशिप में लोगों को साथ में लेकर चलना होगा.

Intro:जयपुर- जयपुरिया इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट में दो दिवसीय 7वीं इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आगाज हुआ। यूथ 2025 सीरीज की इस कांफ्रेंस का विषय री इमेजिंग लीडरशिप फॉर ग्लोबल वर्क फोर्स रहा। समारोह के मुख्य अतिथि तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग रहे और गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव मुग्धा सिन्हा मौजूद रही। सेमिनार में देश विदेश के व्यक्ताओं ने भी हिस्सा लिया। भूटान के पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ डीएस पावेल मौजूद रहे तो वहीं जम्मू-कश्मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल, चीन के डॉ जैकब कुरियन ने विभिन्न विषयों पर विचार व्यक्त किए। इसी बीच राजस्थान से जुड़ी चार केस स्टडीज पर भी चर्चा हुई।


Body:मंत्री सुभाष गर्ग ने बेहतर यंग लीडरशिप के लिए तीन पी का फण्डा बताया जिसमें युवाओं को पार्टिसिपेटिंग, प्रोग्रेसिव और पॉजिटिव होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर युवा इन तीनों चीजों को अपनाते हैं तो लीडरशिप की चुनौतियों को पूरा कर पाएंगे। वही यंग लीडरशिप ऐसी हो कि आज का युवा ना सिर्फ बिजनेस से जुड़ी चुनौतियों का सामना करें बल्कि ग्लोबल, सोशल और अन्य चीजों का भी सामना आसानी से कर सके। जयपुरिया इंस्टीटूट के वाईस चेयरमैन श्रीवत्स जयपुरिया ने बताया कि आज लीडरशिप पार्टिसिपटिव बनती जा रही है। वही लीडरशिप में लोगों को साथ मे लेकर चलना होगा।

बाईट- सुभाष गर्ग, तकनीकी शिक्षा मंत्री
बाईट- श्रीवत्स जयपुरिया, वाईस चेयरमैन, जयपुरिया इंस्टीटूट ऑफ मैनजमेंट


Conclusion:
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