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पुलिस ने किया अंतरराज्यीय ऑनलाइन ठगी करने वाली गैंग का खुलासा, दो शातिर गिरफ्तार - online fraud in Jaipur

देश के कई राज्यों में ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग के दो शातिर आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार (Two accused of cheating gang arrested) किया है. आरोपी नौकरी और एस्कार्ट सर्विस का झांसा देकर लोगों से ठगी किया करते थे.

पुलिस ने किया अंतराज्यीय ऑनलाइन ठगी करने वाली गैंग का खुलासा
पुलिस ने किया अंतराज्यीय ऑनलाइन ठगी करने वाली गैंग का खुलासा
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Published : Aug 3, 2022, 7:12 PM IST

जयपुर. राजधानी की सांगानेर थाना पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाली अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश कर दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया (Two accused of cheating gang arrested) है. पुलिस ने आरोपी शिवम सेन और रामराज गुर्जर को गिरफ्तार किया है. गैंग का मास्टरमाइंड समेत कई सदस्य अभी फरार चल रहे हैं. गैंग के सदस्य एस्कॉर्ट सर्विस और मर्चेंट नेवी में नौकरी लगावाने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे. पुलिस की जांच में यह सामने आया कि आरोपियों ने दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटका, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात समेत कई राज्यों में लोगों से करोड़ों रुपयों की ठगी की है.

आरोपी ने किराए के फ्लैट को अपना अड्डा बना रखा था. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ठगी में उपयोग होने वाले उपकरण, एटीएम कार्ड, पासबुक, सिम कार्ड और मोबाइल बरामद किए हैं. डीसीपी ईस्ट राजीव पचार के मुताबिक पीड़ित राजाराम गुर्जर ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि, वह गांव में खेती बाड़ी का काम करता है. उसकी मुलाकात गांव के रामराज गुर्जर से हुई थी, जिसने जयपुर में 20,000 रुपये की नौकरी लगवाने का झांसा देकर उसको बुलाया था. ऐसे में पीड़ित अपने कागजात लेकर जयपुर पहुंचा. इसके बाद आरोपी ने पीड़ित के कागजात लेकर 2 बैंक खाते खुलवाते हुए 3 सिम कार्ड खरीदे. नौकरी ना लगने की जानकारी जब पीड़ित को मिली तो उसने आरोपी से अपने कागजात मांगे. इस पर आरोपी ने पीड़ित से गाली गलौच करके भगा दिया.

पीड़ित के अकाउंट में आए ठगी के पैसे: एक सप्ताह के अंदर पीड़ित के कागजों से खुलवाए गए बैंक खाते से करीब 7 लाख से अधिक का ट्रांजेक्शन हुआ. इस पर जब राजाराम ने बैंक जाकर मामले की जानकारी ली तो पता चला कि उसके खाते में ठगी का पैसा आया है. खाते को तत्काल प्रभाव से फ्रीज किया गया और मामले की सूचना पुलिस को दी गई. वहीं पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम का गठन किया और आरोपियों की (police investigation in Jaipur) तलाश शुरू की.

नौकरी लगवाने का झांसा देकर करते थे ठगी: पुलिस ने तकनीकी सहायता के आधार पर ठगों की तलाश शुरू की. टीम ने बैंक खातों की जानकारियां जुटाकर आरोपियों के ठिकाने पर दबिश दी और सांगानेर इलाके से रामराज गुर्जर और शिवम सेन को दबोचा लिया. आरोपियों से पूछताछ की गई तो सामने आया कि गैंग में अन्य लोग भी शामिल हैं. जो कि ग्रामीण इलाके के लोगों को नौकरी का झांसा देकर उनसे ठगी करते हैं. वह लोगों को जयपुर बुलाकर उनका खाता खुलवा लेते थे, और उनके कागजातों से सिम कार्ड जारी करवा कर पीड़ित को वापस गांव भेज देते थे. बाद में जब व्यक्ति उनसे नौकरी लगने की बात पूछता तो वह साफ कह देते कि आपकी नौकरी नहीं लग सकती.

एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर भी करते थे ठगी: आरोपी अपराधी किस्म के लोगों से खाते खुलवा कर उनके नाम से सिम जारी करवा लेते थे. फिर उन्हें कमीशन देकर बनवाए हुए खाते और सिम कार्ड अपने काम में ले लेते थे. आरोपी रामराज गुर्जर खाते प्रोवाइड करवाता था, वहीं शिवम सेन अन्य सदस्यों के साथ कॉलिंग और सोशल साइट्स पर ऐड देकर लोगों को झांसे में लेता था. वह एस्कॉर्ट सर्विस का ऐड देकर भी लोगों को शिकार बनाते थे.

मर्चेंट नेवी में नौकरी लगाने का भी देते थे झांसा: एक ऐप पर वह लड़कों को लड़कियों से बात करवाकर फंसा लेते थे और फिर मिलने के बहाने जुगालो सर्विस नाम के अकाउंट में पैसे डलवा लेते थे. इतना ही नहीं आरोपी मर्चेंट नेवी में नौकरी लगाने का झांसा देकर भी लोगों के साथ ठगी करते थे. वह फर्जी जॉइनिंग लेटर तक पीड़ितों को दिया करते थे. हालांकि आरोपियों के खिलाफ पहले से भी थाने में मामले दर्ज है. फिलहाल पुलिस (police investigation in Jaipur) मामले की जांच कर रही है.

जयपुर. राजधानी की सांगानेर थाना पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाली अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश कर दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया (Two accused of cheating gang arrested) है. पुलिस ने आरोपी शिवम सेन और रामराज गुर्जर को गिरफ्तार किया है. गैंग का मास्टरमाइंड समेत कई सदस्य अभी फरार चल रहे हैं. गैंग के सदस्य एस्कॉर्ट सर्विस और मर्चेंट नेवी में नौकरी लगावाने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे. पुलिस की जांच में यह सामने आया कि आरोपियों ने दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटका, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात समेत कई राज्यों में लोगों से करोड़ों रुपयों की ठगी की है.

आरोपी ने किराए के फ्लैट को अपना अड्डा बना रखा था. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ठगी में उपयोग होने वाले उपकरण, एटीएम कार्ड, पासबुक, सिम कार्ड और मोबाइल बरामद किए हैं. डीसीपी ईस्ट राजीव पचार के मुताबिक पीड़ित राजाराम गुर्जर ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि, वह गांव में खेती बाड़ी का काम करता है. उसकी मुलाकात गांव के रामराज गुर्जर से हुई थी, जिसने जयपुर में 20,000 रुपये की नौकरी लगवाने का झांसा देकर उसको बुलाया था. ऐसे में पीड़ित अपने कागजात लेकर जयपुर पहुंचा. इसके बाद आरोपी ने पीड़ित के कागजात लेकर 2 बैंक खाते खुलवाते हुए 3 सिम कार्ड खरीदे. नौकरी ना लगने की जानकारी जब पीड़ित को मिली तो उसने आरोपी से अपने कागजात मांगे. इस पर आरोपी ने पीड़ित से गाली गलौच करके भगा दिया.

पीड़ित के अकाउंट में आए ठगी के पैसे: एक सप्ताह के अंदर पीड़ित के कागजों से खुलवाए गए बैंक खाते से करीब 7 लाख से अधिक का ट्रांजेक्शन हुआ. इस पर जब राजाराम ने बैंक जाकर मामले की जानकारी ली तो पता चला कि उसके खाते में ठगी का पैसा आया है. खाते को तत्काल प्रभाव से फ्रीज किया गया और मामले की सूचना पुलिस को दी गई. वहीं पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम का गठन किया और आरोपियों की (police investigation in Jaipur) तलाश शुरू की.

नौकरी लगवाने का झांसा देकर करते थे ठगी: पुलिस ने तकनीकी सहायता के आधार पर ठगों की तलाश शुरू की. टीम ने बैंक खातों की जानकारियां जुटाकर आरोपियों के ठिकाने पर दबिश दी और सांगानेर इलाके से रामराज गुर्जर और शिवम सेन को दबोचा लिया. आरोपियों से पूछताछ की गई तो सामने आया कि गैंग में अन्य लोग भी शामिल हैं. जो कि ग्रामीण इलाके के लोगों को नौकरी का झांसा देकर उनसे ठगी करते हैं. वह लोगों को जयपुर बुलाकर उनका खाता खुलवा लेते थे, और उनके कागजातों से सिम कार्ड जारी करवा कर पीड़ित को वापस गांव भेज देते थे. बाद में जब व्यक्ति उनसे नौकरी लगने की बात पूछता तो वह साफ कह देते कि आपकी नौकरी नहीं लग सकती.

एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर भी करते थे ठगी: आरोपी अपराधी किस्म के लोगों से खाते खुलवा कर उनके नाम से सिम जारी करवा लेते थे. फिर उन्हें कमीशन देकर बनवाए हुए खाते और सिम कार्ड अपने काम में ले लेते थे. आरोपी रामराज गुर्जर खाते प्रोवाइड करवाता था, वहीं शिवम सेन अन्य सदस्यों के साथ कॉलिंग और सोशल साइट्स पर ऐड देकर लोगों को झांसे में लेता था. वह एस्कॉर्ट सर्विस का ऐड देकर भी लोगों को शिकार बनाते थे.

मर्चेंट नेवी में नौकरी लगाने का भी देते थे झांसा: एक ऐप पर वह लड़कों को लड़कियों से बात करवाकर फंसा लेते थे और फिर मिलने के बहाने जुगालो सर्विस नाम के अकाउंट में पैसे डलवा लेते थे. इतना ही नहीं आरोपी मर्चेंट नेवी में नौकरी लगाने का झांसा देकर भी लोगों के साथ ठगी करते थे. वह फर्जी जॉइनिंग लेटर तक पीड़ितों को दिया करते थे. हालांकि आरोपियों के खिलाफ पहले से भी थाने में मामले दर्ज है. फिलहाल पुलिस (police investigation in Jaipur) मामले की जांच कर रही है.

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