जयपुर. प्रदेश में चल रहे सियासी संकट के बीच सोमवार को मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने परिवहन मुख्यालय में पहुंचकर प्रदेश के सभी आरटीओ और डीटीओ अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. इस दौरान उन्होंने सभी को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए.
परिवहन मंत्री खाचरियावास ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, राजस्थान की गहलोत सरकार इंस्पेक्टर राज को खत्म करना चाहती है. मंत्री ने कहा कि मेरे पास कई बार शिकायत आती है, इस संबंध में मैंने अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए हैं. साथ ही कहा कि, चालान के आधार पर पैसे इकट्ठा करना हमारा मकसद नहीं है. लॉकडाउन में सभी की हालत खराब हो गई है, पुलिस और परिवहन विभाग को यह समझना पड़ेगा. इस वक्त ट्रक वाला, ऑटो वाला, टैक्सी वाला सभी आम आदमी दुखी और परेशान है.
साथ ही मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर परिवहन मंत्री ने कहा कि, भारत सरकार जो नया मोटर व्हीकल एक्ट लेकर आई जो कि बिल्कुल गलत है. प्रदेश सरकार इसे लागू नहीं करना चाहती थी. लेकिन भारत सरकार के की ओर से नोटिस भी भेजे गए. जिसके बाद एक्ट को लागू किया गया. खाचरियावास ने कहा कि, सरकार की ओर से चालान की राशि को कंपाउंड करके लागू किया गया है. सरकार ने इस मोटर व्हीकल एक्ट को एक साल बाद ही लागू किया है.
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खाचरियावास ने कहा कि, नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद ट्रक ऑपरेटर सहित तमाम लोग परेशान हैं. ऐसे में अधिकारियों को मना किया गया है, कि टारगेट वसूली के लिए जनता को परेशान न करें. जनता को राहत देना सरकार का मकसद है. मंत्री ने कहा हमारा मकसद नहीं है, कि किसी को भी रोक ले और उनका चालान काट दें. क्योंकि कई बार लोग परेशान होते हैं. चालान काटते समय उसमें व्यवहारिक और मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों को काम करना चाहिए. जिससे जनता परेशान नहीं हो.
परिवहन मंत्री ने कहा हमारा मकसद है, कि आमजन को आ रही समस्याओं का समाधान कराने के संबंध में सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं. साथ ही बताया कि उन्होंने डीजीपी से बात की है. क्योंकि लॉकडाउन के दौरान पकड़ी गई गाड़ियां ही अभी तक नहीं छूटी है. सभी आला अधिकारियों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नियत समझकर ही काम करना चाहिए.