जयपुर. देशभर में कोरोना का कहर जारी है और कोरोना के चलते अर्थव्यवस्था भी गड़बड़ाई हुई है. इसके साथ ही कोरोना वायरस का बड़ा असर ट्रांसपोर्ट पर भी देखने को मिला है, लेकिन 5 महीने के बाद अब भोपाल, नागपुर, इलाहाबाद के लिए जयपुर से स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया है.
वहीं, जयपुर वासियों को इन ट्रेनों के शुरू होने से भोपाल, नागपुर, इलाहाबाद, उज्जैन जैसे शहरों के लिए 5 महीने बाद ट्रेन मिल रही है. रेलवे ने बीते दिनों से इन ट्रेनों में टिकट बुक करना भी शुरू कर दिया था. हालांकि जयपुर के लिहाज से रेलवे बोर्ड ने ट्रेन संचालन में अपनी मनमर्जी से ट्रेनों के संचालन को मंजूरी दी है.
ऐसा इसलिए क्योंकि पहले तो बोर्ड ने जोनल रेलवे से लॉकडाउन से पहले संचालित हो रही ट्रेनों की सूची मांगी थी. बाद में उनमें से एक भी ट्रेन को शामिल नहीं करते हुए अपनी मनमर्जी से नई ट्रेनों का चयन कर उन्हें संचालित करने के निर्देश जारी किए थे.
डबल डेकर गुवाहाटी, मरुधर जैसी ट्रेनों को अभी ग्रीन सिग्नल नहीं
रेलवे बोर्ड ने ट्रेन संचालन में जोनल रेलवेज को दरकिनार करते हुए अपनी मनमर्जी की ट्रेनों को चलाने की अनुमति दी थी. इसकी बड़ी वजह उत्तर पश्चिम रेलवे के संचालन से जुड़े अधिकारियों का रवैया भी है. बोर्ड ने लॉकडाउन से पहले चल रही फुल ऑक्युपेंसी वाली जयपुर दिल्ली डबल डेकर, बाड़मेर गुवाहाटी, जोधपुर वाराणसी मरुधर, जयपुर जम्मू तवी पूजा सुपरफास्ट जैसी लोकप्रिय ट्रेनों को दरकिनार करते हुए अपनी मनमर्जी की ट्रेनों को चलाने की अनुमति दी. जबकि डबल डेकर और मरुधर ट्रेनों की सबसे अधिक मांगे है. डबल डेकर के चलाए जाने से दिल्ली से आगे के लिए उपलब्ध होती है.
करंट रिजर्वेशन का नहीं मिल पा रहा लाभ...
रेलवे की ओर से अनरिजर्व्ड टिकट से यात्रा पर रोक लगाए जाने के बाद यात्रियों के पास यात्रा से थोड़ी देर पहले तुरंत टिकट बुक कराने का एकमात्र विकल्प करंट रिजर्वेशन बचा है, लेकिन रेलवे की सुविधा का लाभ ना तो यात्रियों को मिल पा रहा है. ना ही रेलवे को इस से कोई आर्थिक फायदा हो रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि अभी करंट रिजर्वेशन का लाभ ट्रेन रवाना होने के 2 घंटे पहले तक ही दिया जा रहा है. जबकि अगर इस सुविधा को आधे घंटे पहले तक कर दिया जाए तो एक तरफ जहां यात्रियों को तत्काल में टिकट बुक कराने की सुविधा मिलेगी तो वहीं, रेलवे को भी यात्री भार मिलने से आर्थिक लाभ होगा. ये व्यवस्था बिल्कुल अनरिजर्व टिकट वितरण प्रणाली जैसी होगी.