जयपुर. राजधानी के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में गुरुवार को फिमेल सफेद टाइगर सीता की मौत हो गई थी. जिसके बाद टाइगर का पोस्टमार्टम करने के लिए आईवीआरआई बरेली से विशेषज्ञों की टीम को बुलाया गया. शुक्रवार को आईवीआरआई विशेषज्ञों की टीम ने टाइगर का पोस्टमार्टम किया.
विशेषज्ञों की टीम ने पोस्टमार्टम करने के बाद परीक्षण के लिए बाघिन सीता के विसरा सैंपल लिए. पोस्टमार्टम करने के बाद बाघिन सीता का नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में अंतिम संस्कार किया गया. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही बाघिन की मौत के कारणों का पता चल पाएगा. हालांकि बाघिन सीता की मौत की वजह केनाइन डिस्टेंपर वायरस होने की भी आशंका जताई जा रही है. रिपोर्ट आने से पहले स्पष्ट नहीं कहा जा सकता आखिर बाघिन की मौत किस वजह से हुई है. वहीं, आईवीआरआई के विशेषज्ञों ने नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में रेहवास कर रहे दूसरे वन्यजीवों का भी स्वास्थ्य परीक्षण किया.
बता दें कि नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में 7 दिन में तीन बिग कैट्स की मौत हो चुकी है. 19 सितंबर को एशियाई शेरनी सूजेन की मौत हुई थी. सुजैन की प्रारंभिक जांच में आईवीआरआई की टीम ने कैनाईल डिस्टेंपर वायरस होने की पुष्टि की थी. इसके बाद 21 सितंबर को 10 महीने की बाघिन रिद्धि की मौत हो गई. इसके बाद वन विभाग ने दिल्ली से वैक्सीन मंगा कर सभी वन्यजीवों को लगाया. 26 सितंबर को सफेद बाघिन सीता की भी मौत हो गई. पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई गुरुवार को नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क का दौरा करने पहुंचे थे. वन मंत्री ने नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों के हालात की जानकारी ली.