जयपुर. शहर में आरपीए में आयोजित कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की शारीरिक और माप तोल परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थी के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. डीसीपी हेडक्वार्टर अमृता दुहान ने फर्जी अभ्यर्थी के खिलाफ शास्त्री नगर थाने में मामला दर्ज करवाया था. जिसके बाद शास्त्री नगर थाना पुलिस ने फर्जी अभ्यर्थी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. 4 लाख रुपये के बदले कांस्टेबल भर्ती शारीरिक दक्षता परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थी पहुंचा था.
पुलिस ने रघुवीर, रामसुख विश्नोई और जसवंत सिंह को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक 7 अप्रैल को शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान एक अभ्यर्थी के फिंगर मैच नहीं हुए थे. जांच में सामने आया कि मूल अभ्यर्थी रघुवीर सिंह के बड़े भाई जसवंत ने 4 लाख रुपये में मनसुख से सौदा तय करके पिछले साल 11 नवंबर को सिरोही स्थित परीक्षा केंद्र में बैठा दिया. एक लाख रुपये एडवांस दे दिए. बाकी पैसे सलेक्शन के बाद देना तय हुआ था. अब शारीरिक दक्षता परीक्षा देने के लिए अभ्यर्थी खुद पहुंचा तो पकड़ा गया. गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है.
डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख के मुताबिक जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2019 की शारीरिक दक्षता परीक्षा 7 अप्रैल से राजस्थान पुलिस अकादमी जयपुर में आयोजित की जा रही है. 10 अप्रैल को डीसीपी हेडक्वार्टर अमृता दुहान ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता और नापतोल परीक्षा में 7 अप्रैल को रघुवीर सिंह का बायोमेट्रिक मिलान नहीं होने पर पुलिस मुख्यालय जयपुर के निर्देशानुसार ऑफलाइन सत्यापन के दौरान शारीरिक माप तोल और दक्षता परीक्षा की स्थिति को भौतिक रूप से उपस्थित अभ्यर्थी का आवेदन पत्र पर लगी फोटो से मिलान सही पाया गया. लेकिन लिखित परीक्षा के दौरान टीसीएस कंपनी की ओर से ली गई बायोमेट्रिक यानी अंगूठा निशान से स्पष्ट मिलान नहीं होने के कारण गठित बोर्ड की ओर से पुलिस मुख्यालय अलग से जांच शुरू की गई.
जांच में सामने आया कि अभ्यर्थी को अस्थाई रूप से शारीरिक दक्षता और मापतोल परीक्षा में भाग लेने की अनुमति दी गई. फोटो और अंगूठा निशानी में भिन्नता के मामले में दस्तावेजों की जांच की गई. जांच के दौरान सामने आया कि अभ्यर्थी के दस्तावेज टीसीएस कंपनी के पास उपलब्ध दस्तावेजों से मिलान किया गया तो शारीरिक माप तोल और दक्षता परीक्षा के लिए उपस्थित अभ्यर्थी लिखित परीक्षा की उपस्थिति के फोटो और अंगूठा मिला नहीं हो पाया.
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पूछताछ के दौरान अभ्यर्थी ने बताया कि उसके स्थान पर लिखित परीक्षा में अलग व्यक्ति उपस्थित हुआ था. इस मामले को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम का गठन किया. पुलिस ने आरोपी रघुवीर सिंह, जसवंत सिंह और रामसुख विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.