जयपुर. एक ओर महाराष्ट्र चुनाव में सियासी उठापटक चल रही है तो वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र के बहाने राजस्थान में साल 2020 में हुई सियासी उठापटक को एक बार फिर प्रदेश में हवा मिल रही है. राजस्थान के कैबिनेट मंत्री महेश जोशी (Mahesh Joshi on Horse Trading) ने तो आज यह दावा कर दिया कि न केवल साल 2020 बल्कि कुछ दिन पहले हुए राज्यसभा चुनाव में भी भाजपा राजस्थान में हॉर्स ट्रेडिंग की तैयारी कर चुकी थी, लेकिन हमारे एसीबी में दिए गए परिवाद से उनके मंसूबे नाकामयाब हुए. महेश जोशी ने कहा कि चाहे गजेंद्र सिंह हो या कोई और...अगर फिर से कोई राजस्थान में हॉर्स ट्रेडिंग का प्रयास करेगा तो उसे करारा जवाब मिलेगा.
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके कैबिनेट में सहयोगी शांति धारीवाल सीधे तौर पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह के साथ ही सचिन पायलट के सरकार गिराने की योजना में शामिल होने की बात कह रहे हैं. वहीं साल 2020 के सियासी संकट से लेकर साल 2022 में हुए राज्यसभा चुनाव तक विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका के चलते एसीबी में मामला दर्ज कराने वाले राजस्थान के मंत्री महेश जोशी ने भी अपने नेताओं का समर्थन करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में जो कुछ हो रहा है, उसके बाद अब कहने को कुछ रह नहीं जाता.
महेश जोशी ने कहा कि चाहे कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र या फिर राजस्थान में सरकार गिराने की की गई कोशिशें हो यह भाजपा के मंसूबे बताती है, लेकिन राजस्थान में कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों और समर्थक दलों ने भाजपा के मंसूबों को नाकाम किया. जोशी ने कहा कि हम चेतावनी देना चाहते हैं कि चाहे गजेंद्र सिंह हो या फिर कोई और, राजस्थान में अगर हॉर्स ट्रेडिंग करने की कोशिश फिर से की जाएगी तो राजस्थान की जनता, कांग्रेस के विधायक और समर्थक दलों की ओर से ऐसा प्रयास करने वालों को फिर से करारा जवाब मिलेगा.
महेश जोशी ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में भी हमने हमारे अधिकार का इस्तेमाल किया और एसीबी में परिवाद दिया. जिसके चलते भाजपा में हलचल मची और भाजपा राज्यसभा चुनाव में अपने मंसूबों में नाकामयाब रही नहीं तो राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के दौरान भी हॉर्स ट्रेडिंग के प्रयास करने की तैयारी में थे.