जयपुर. कानूनी अड़चनों और कोरोना संक्रमण की वजह से बची रही 12 जिलों की जिला परिषद और पंचायतों के पुनर्गठन का काम पूरा हो गया है. अब यह प्रबल संभावना बन रही है कि आयोग 25 अगस्त को मतदाता सूची प्रकाशन होने के ठीक बाद इसी महीने में प्रदेश के 12 जिलों में चुनाव कार्यक्रम जारी कर दे.
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पंचायत राज विभाग ने प्रदेश की शेष 12 जिलों पंचायत समिति और जिला परिषद के पुनर्गठन की विस्तृत सूची निर्वाचन आयोग को भेज दी है. निर्वाचन आयोग 15 जुलाई से इन सभी 12 जिलों में मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य भी शुरू कर दिया है जो 25 अगस्त तक चलेगा.
राज्य निर्वाचन आयोग के जुड़े सूत्रों के अनुसार आयोग को संबंधित जिलों के कलेक्टरो ने कोरोना संबंधी रिपोर्ट भेज दी है. इन 12 जिलों में कोरोना के केस बेहद कम है. इसके बाद अब यह प्रबल संभावना बन रही है कि आयोग 25 अगस्त को मतदाता सूची प्रकाशन होने के साथ इसी महीने में प्रदेश के 12 जिलों में चुनाव कार्यक्रम जारी कर दे.
दरअसल जयपुर सहित 12 जिलों में जनवरी 2020 में पंचायत समिति और जिला परिषद के चुनाव होने थे, लेकिन नए परिसीमन विवाद और नई नगरपालिकाओं के विवाद के चलते मामला कोर्ट में उलझा हुआ था. इस वजह से आयोग इस अवधि में चुनाव नहीं करवा सका. इसके बाद कोराना काल के चलते चुनाव टाल दिए गए.
राज्य निर्वाचन आयोग ने फिर अप्रैल में इन 12 जिलों में चुनाव करवाने की तैयारी पूरी कर रखी थी. इन जिलों की मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 19 अप्रैल को होना था, लेकिन मामला एक बार फिर उलझ गया है था. अब पुर्नगठन का काम भी पूरा हो गया.
कोरोना के कम होते आंकड़ों के बीच राज्य निर्वाचन आयोग ने 8 जुलाई को प्रदेश के 22 जिलों के 50 सरपंच, 8 उपसरपंच और 71 वार्ड पंचों का चुनाव कार्यक्रम जारी किया था. अब यह प्रबल संभावना बन रही है कि आयोग अगस्त के अंतिम महीने में प्रदेश के 12 जिले जिनमे अलवर, बारां, दौसा, भरतपुर, धौलपुर, जयपुर, जोधपुर, करौली, कोटा, सवाई माधोपुर, सिरोही और श्रीगंगानगर में चुनाव होने हैं, इन जिलों में चुनाव की तारीख टलने से संस्थाओं में नियुक्त प्रशासक ही इनका कामकाज देख रहे है.