जयपुर. जयपुर शहर के वे इलाके जहां बीसलपुर का पानी अब तक नहीं पहुंचा था या किसी कारण से पानी की किल्लत रहती थी. ऐसे इलाकों में पानी की समस्या का समाधान जल्द ही होने वाला है. जलदाय विभाग की ओर से एक बड़ी योजना पर काम चल रहा है. जब योजना पूरी होगी तो जयपुर की इन इलाकों में पानी की किल्लत नहीं रहेगी.
संवर्धन कार्य के तहत जयपुर शहर के परकोटा, आमेर, जयसिंहपुरा खोर, ब्रह्मपुरी आदि इलाकों में पानी की समस्या नहीं रहेगी. इन इलाकों के लिए 165 करोड़ रुपए की योजना का काम चल रहा है. जयपुर शहर के दिल्ली रोड पर स्थित आमेर, जयसिंह पुरा खोर, परकोटा ब्रह्मपुरी आदि इलाकों में बीसलपुर का पानी अब तक नहीं पहुंचा था और आए दिन यहां लोगों की ओर से पानी के लिए प्रदर्शन कर रहे थे.
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जयपुर शहर का यह इलाका टेलएन्ड माना जाता है. इन इलाकों के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पानी की समस्या के लिए बजट में घोषणा की थी. इसके लिए 165 करोड़ रुपए भी जारी हुए थे. योजना पूरी होने के बाद इन इलाकों की 5 विधानसभा क्षेत्रों के करीब 10 लाख लोग लाभान्वित होंगे.
योजना पूरी होने के बाद लोगों को कई तरह से फायदा होगा. इलाकों में अभी पानी आ रहा है, वहां पानी सप्लाई का समय, मात्रा और प्रेशर भी बढ़ेगा. माना जा रहा है कि योजना पूरी होने के बाद पानी सप्लाई का समय डेढ़ गुणा तक बढ़ जाएगा.
यह काम होना है योजना के तहत
योजना के तहत ओटीएस चौराहे से जयसिंह पुरा खोर, दिल्ली रोड पर स्थित न्यू फिल्टर प्लांट पंप हाउस तक पाइप लाइन डाली जानी है. यह पाइपलाइन 800mm की होगी. बंधाबस्ती, भट्टा बस्ती, गुर्जर घाटी और ब्रह्मपुरी में 4 टंकियां बनाई जाएगी. यह टंकिया 20 -20 लाख लीटर की होगी.
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योजना के तहत दो स्वच्छ जलाशय भी बनाए जाएंगे. इसमें से एक जलाशय 50 लाख लीटर का ब्रह्मपुरी में और एक करोड़ लीटर का झालाना में बनाया जाएगा. झालाना में एक पंप हाउस का निर्माण होगा. पाइपलाइन सहित इन निर्माणों पर 165 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
मुख्यमंत्री ने की थी बजट में घोषणा
दिल्ली रोड पर स्थित इलाकों में अक्सर पानी की समस्या होती थी और लोग इसके लिए प्रदर्शन भी करते थे. आए दिन इस तरह की खबरें भी मीडिया में छाई रहती थी. लोग मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी देते थे. इन सभी समस्याओं को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट घोषणा में इन इलाकों के लिए बजट का प्रावधान किया था. जिसके चलते इस योजना को मूर्त रूप देने का काम शुरू हो चुका है. इन इलाकों में अधिकतर गरीब तबके के लोग अधिक जनसंख्या में रहते हैं.
वित्त विभाग और तकनीकी कमेटी से अनुमति का इंतजार
अधीक्षण अभियंता अजय सिंह राठौड़ ने बताया यह इस योजना के जरिए गरीब और वंचित लोगों पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है. फिलहाल, इस योजना की फाइल वित्त विभाग में है. वित्त विभाग से क्लियर होने के बाद तकनीकी कमेटी की अनुमति मिलते ही टेंडर कर दिए जाएंगे. 2 से ढाई साल में दिल्ली रोड पर स्थित इलाकों में बीसलपुर का पानी पहुंच जाएगा.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
आमेर और जयसिंहपुरा खोर के स्थानीय लोगों ने कहा कि शुरुआत से ही इन इलाकों में पानी की किल्लत हमेशा से रही है. पानी की समस्या को लेकर जलदाय विभाग को भी कई बार चेताया गया. साथ ही विधायक को भी अवगत कराया गया लेकिन कोई समाधान अब तक नहीं हो पाया.
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टैंकरों से भी जो पानी की आपूर्ति की जाती है, वह पर्याप्त नहीं होती. एक टैंकर आने पर पानी लेने लोगों की भीड़ लग जाती है. पानी के लिए आए दिन झगड़ा भी होता है.
6.71 करोड़ के अन्य कार्य भी होंगे
अधीक्षण अभियंता अजय सिंह राठौड़ ने बताया कि इसके अलावा 6.71 करोड़ रुपये के अन्य कार्य भी होंगे. परकोटा क्षेत्र, ब्रह्मपुरी, शास्त्री नगर इलाकों में प्रदूषित और पुरानी जर्जर पाइप लाइनों व उपभोक्ताओं के कनेक्शन भी इस योजना में बदले जाएंगे. जिससे लोगों को निर्बाध रूप से स्वच्छ पानी उपलब्ध हो सके.