जयपुर. शहर में 11 साल पहले 13 मई 2008 को हुए जयपुर बम धमाके के पांच गुनहगारों की सजा पर फैसला बुधवार को सुनाया जाएगा. लेकिन, फैसले की पूर्व संध्या पर ईटीवी भारत उस जगह पहुंचा जिसको आरोपियों ने निशाना बनाया था. हम बात कर रहे है जयपुर के सांगानेरी गेट स्थित हनुमान मंदिर की जहां पर आज भी लोगों को वो दिल दहलाने वाली घटना याद है और वो घटना सुनकर आज भी लोगों के जख्म हरे हो जाते है.
बता दें कि हनुमान मंदिर में आज भी बम के निशान मौजूद है. जिसको देखकर वो घटना ताजा हो जाती है. हनुमान मंदिर के बाहर प्रसाद की दुकान लगाने वाली व्यापारी महिला ने उस वक्त अपने पति, बेटे और रिश्तेदार को खो दिया. जब उनसे उस घटना के बारे में पूछा गया तो उनकी आंखों में वो दर्द साफ दिख रहा था.
ये लोग 11 साल से उन आरोपियों की सजा का इंतजार कर रहे है. जिस परिवार ने अपनों को खोया है वो चाहते है कि आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए. तब ही न्याय मिल सकेगा. वहां मौजूद श्रदालुओं ने कहा कि बुधवार को चार आरोपियों पर फैसला सुनाया जाएगा. लेकिन, जयपुर बम ब्लास्ट के अभी भी कुछ आरोपी फरार चल रहे है, उनको भी जल्द गिरफ्तार करना चाहिए.
जयपुर के चांदपोल हनुमान मंदिर, सांगानेरी गेट हनुमान मंदिर सहित अन्य स्थानों पर हुए बम धमाकों में 71 लोगों की मौत और 185 लोग घायल हुए थे. बम धमाकों के आरोपियों में यूपी में लखनऊ निवासी शाहबाज हुसैन, यूपी के आजमगढ़ निवासी मोहम्मद सैफ, सरवर आजमी, सैफुर्रहमान और सलमान को बुधवार को सजा सुनाई जाएगी. इस मामले के आजमगढ़ निवासी तीन आरोपित शादाब, मोहम्मद खालिद और साजिद फिलहाल फरार है, दो की मौत हो चुकी है.