जयपुर. देश में लॉक डाउन भले ही हो, लेकिन फिर भी लोग घरों से बाहर निकलने से बाज नहीं आ रहे. ऐसे में केंद्र सरकार ने पौराणिक धारावाही रामायण के जरिये लोगों को घरों में बांधने की एक कोशिश की है.
दूरदर्शन नेशनल चैनल पर सुबह और रात 9 बजे इसका प्रसारण किया जा रहा है. वहीं रामायण देखने के लिए आज भी लोगों में उतना ही क्रेज देखने को मिला जितना 33 साल पहले रहा करता था.
आज एक बार रामायण की वहीं पुरानी धुन सुनाई दी. घरों में पूरा परिवार साथ बैठकर टीवी देखता हुआ नज़र आया. दरअसल, 80 के दशक में प्रदर्शित हुए रामानंद सागर के धारावाहिक रामायण का शनिवार से एक बार फिर प्रसारण शुरू किया गया है.
कोरोना के चलते घरों में रुके लोगों के लिए सरकार ने ये फैसला लिया है. एक दिन पहले ही इसकी चर्चा भी सोशल मीडिया पर शुरू हुई और लोगों का इंतजार भी बढ़ गया. खास कर उस युवा पीढ़ी का जिन्होंने अपने माता-पिता और दादा-दादी से रामायण के बारे में सिर्फ सुना ही था.
युवा पीढ़ी ने बताया कि नेटफ्लिक्स और वेब सीरीज के जमाने में भी उनके परिजन रामायण का जिक्र करते नहीं थकते. यही वजह रही कि इसे देखने का एक जुनून सा था और आज 9 बजने के साथ ही दूरदर्शन पर इसे देखने के लिए पूरा परिवार जुट गया. वहीं, कुछ ने बताया कि वर्तमान में कोरोना की नेगेटिविटी पूरे देश में व्याप्त है. इस बीच रामायण धारावाहिक का साउंड पॉजिटिव एनर्जी देने वाला है.
वहीं उस दौर के लोगों ने भी अपना अनुभव साझा करते हुए बताया जिन्होंने ब्लैक एंड वाइट शटर वाले टीवी पर ये धारावाहिक देखा. उन्होंने बताया कि पहले सभी के घर में टीवी नहीं हुआ करते थे. ऐसे में लोग आस-पड़ोस के घरों में जाकर श्रद्धा भाव के साथ इस धारावाहिक को देखा करते थे. और उस दौरान शहर भर में कर्फ्यू सा लग जाता था. आज अपने बच्चों के साथ स्मार्ट टीवी पर उसी रामायण को देखकर अच्छा लग रहा है.
बहरहाल, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए गए लॉक डाउन के चलते लोग घरों में कैद हैं. ऐसे में 33 साल बाद फिर से टेलीविजन पर रामायण देखने का और अपने इतिहास को जानने का लोगों में खासकर युवा पीढ़ी में क्रेज देखने को मिला और सभी ने केंद्र सरकार की इस पहल की सराहना की.