जयपुर. प्रदेश में शराबबंदी को लेकर कैबिनेट मंत्री बीडी कल्ला की अध्यक्षता में बनी समिति की उच्च स्तरीय बैठक शुक्रवार को सचिवालय में हुई. मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि शराबबंदी का कोई संभावना नहीं है. लेकिन जनता को शराब का सेवन कम से कम करे, इसको लेकर लोगों को जागरूक किया जाएगा.
बैठक के बाद मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि गुजरात और बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है, लेकिन गुजरात में शराबबंदी के अनुभव ठीक नहीं हैं. वहां पर शराब आसानी से उपलब्ध है, हालांकि फिर भी विभाग और सामाजिक संगठन के पदाधिकारी गुजरात और बिहार जाकर स्थिति को देखेंगे.
उन्होंने कहा कि शराब नीति को लेकर जो नई नीति बनाई जा रही है, उसमें ऐसे हेरिटेज होटल और ऐतिहासिक भवन जो छोटी सड़कों पर हैं और वहां पर विदेशी मेहमान आते हैं. उन होटलों भवनों में शराब का लाइसेंस देने के नियमों में शिथिलता प्रदान की जाएगी. इसके अलावा कोई भी दुकान खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
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दरअसल प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी और नई शराब नीति को लेकर शराबबंदी आंदोलन संगठनों ने सरकार को ज्ञापन दिया था. सामाजिक संगठनों की ओर से मिले ज्ञापन के बाद मंत्रिमंडल उपसमिति बीडी कल्ला की अध्यक्षता में बनाई गई थी. जिसकी शुक्रवार को पहली और अहम बैठक हुई.
बैठक में शराबबंदी को लेकर आंदोलन कर रही पूजा छाबड़ा सहित कई सामाजिक संगठन पदाधिकारी शामिल हुए. बैठक के बाद पूजा छाबड़ा ने कहा कि नई शराब नीति को लेकर जो उनकी आपत्ति थी उस पर मंत्रियों ने सकारात्मक उनकी बात सुनी है. उन्होंने कहा कि पूर्ण शराबबंदी को लेकर शराबबंदी वाले राज्यों का दौरा करेंगे, उसके बाद जो रिपोर्ट आएगी उसके बाद सरकार अपने स्तर पर आगे का निर्णय लेगी.