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जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक ने लिया वीआरएस लेने का फैसला - JK Lone Hospital Superintendent

जयपुर के जेके लोन अस्पताल अधीक्षक डॉ. अशोक गुप्ता ने वीआरएस लेने का निर्णय लिया है. उन्होंने पद से हटाए जाने के आदेश को हाइकोर्ट में चुनौती दी थी. लेकिन हाईकोर्ट ने डॉ. गुप्ता की याचिका को खारिज कर दिया है.

Dr. Ashok Gupta VRS, जेके लोन अस्पताल अधीक्षक, जयपुर न्यूज
डॉ. अशोक गुप्ता ने वीआरएस लेने का फैसला लिया
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Published : Oct 22, 2020, 1:22 AM IST

जयपुर. राजधानी के जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशोक गुप्ता इनदिनों काफी सुर्खियों में बने हुए हैं. पहले अधीक्षक की कुर्सी को लेकर चला नाटकीय घटनाक्रम चर्चा में रहा और फिर हाईकोर्ट में उनकी शरण. लेकिन अब अधीक्षक डॉ. अशोक गुप्ता ने वीआरएस लेने का फैसला लिया है. हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलते देख उन्होंने वीआरएस का बड़ा फैसला लिया है. इसको लेकर उन्होंने मीडिया से जानकारी साझा की.

डॉ. अशोक गुप्ता ने वीआरएस लेने का फैसला लिया

दरअसल ये पूरा मामला जेके लोन अस्पताल अधीक्षक पद पर नियुक्ति से जुड़ा हुआ है. जहां डॉ. अशोक गुप्ता की जगह डॉ. अरविंद शुक्ला को अस्पताल अधीक्षक बनाया गया था. पद से हटाने के आदेश को डॉ. गुप्ता ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. जिसके बाद हाईकोर्ट ने गत 10 सितंबर को डॉ. गुप्ता को पद से हटाने पर रोक लगा दी थी, लेकिन अब हाइकोर्ट ने जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ.अशोक गुप्ता की याचिका को खारिज कर दिया है. ऐसे में उन्होंने वीआरएस का बड़ा फैसला लेने जैसा कदम उठाया है.

ये पढ़ें: निगम चुनाव: प्रत्येक 25 वार्ड पर रहेगा एक नोडल स्वास्थ्य अधिकारी, कोविड गाइडलाइन का पालन कराने की रहेगी जिम्मेदारी

बता दें कि, चिकित्सा महकमे ने अचानक निर्णय लेते हुए कोरोना संकटकाल के बीच जयपुर के जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक पद पर डॉ. अशोक गुप्ता की जगह डॉ. अरविंद शुक्ला को नया अधीक्षक बना दिया था. जिसके बाद यह आदेश सवालों के घेरे में था और इस निर्णय के बाद महकमें में परस्पर शीत युद्ध की स्थिति पैदा हो गई. इस निर्णय के बाद डॉ. गुप्ता ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. ऐसे में राजस्थान हाईकोर्ट ने पहले सुनवाई करते हुए डॉ, गुप्ता के पक्ष में फैसला सुनाया. लेकिन अब उनकी याचिका को खारिज कर दिया है.

जयपुर. राजधानी के जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशोक गुप्ता इनदिनों काफी सुर्खियों में बने हुए हैं. पहले अधीक्षक की कुर्सी को लेकर चला नाटकीय घटनाक्रम चर्चा में रहा और फिर हाईकोर्ट में उनकी शरण. लेकिन अब अधीक्षक डॉ. अशोक गुप्ता ने वीआरएस लेने का फैसला लिया है. हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलते देख उन्होंने वीआरएस का बड़ा फैसला लिया है. इसको लेकर उन्होंने मीडिया से जानकारी साझा की.

डॉ. अशोक गुप्ता ने वीआरएस लेने का फैसला लिया

दरअसल ये पूरा मामला जेके लोन अस्पताल अधीक्षक पद पर नियुक्ति से जुड़ा हुआ है. जहां डॉ. अशोक गुप्ता की जगह डॉ. अरविंद शुक्ला को अस्पताल अधीक्षक बनाया गया था. पद से हटाने के आदेश को डॉ. गुप्ता ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. जिसके बाद हाईकोर्ट ने गत 10 सितंबर को डॉ. गुप्ता को पद से हटाने पर रोक लगा दी थी, लेकिन अब हाइकोर्ट ने जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ.अशोक गुप्ता की याचिका को खारिज कर दिया है. ऐसे में उन्होंने वीआरएस का बड़ा फैसला लेने जैसा कदम उठाया है.

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बता दें कि, चिकित्सा महकमे ने अचानक निर्णय लेते हुए कोरोना संकटकाल के बीच जयपुर के जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक पद पर डॉ. अशोक गुप्ता की जगह डॉ. अरविंद शुक्ला को नया अधीक्षक बना दिया था. जिसके बाद यह आदेश सवालों के घेरे में था और इस निर्णय के बाद महकमें में परस्पर शीत युद्ध की स्थिति पैदा हो गई. इस निर्णय के बाद डॉ. गुप्ता ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. ऐसे में राजस्थान हाईकोर्ट ने पहले सुनवाई करते हुए डॉ, गुप्ता के पक्ष में फैसला सुनाया. लेकिन अब उनकी याचिका को खारिज कर दिया है.

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