जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय में 15 दिसंबर से होने वाली लॉ फर्स्ट ईयर और सेकंड ईयर की परीक्षाओं को ऑनलाइन कराने की मांग को लेकर लॉ स्टूडेंट शनिवार को पानी की टंकी पर चढ़ गए. छात्रों से ढाई घंटे तक समझाइस की गई. जिसके बाद उन्हें टंकी से उतारा गया. वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आश्वासन दिया कि जो छात्र कोरोना महामारी के मद्देनजर अभी परीक्षा नहीं देना चाहते, उनकी परीक्षा स्पेशल एग्जाम्स के साथ करा दी जाएगी. जिसका कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा.
बीते दिनों बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने विधि विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को भौतिक रूप से परीक्षा कराने की अनुमति दी. इसके साथ ही बीसीआई ने कोविड-19 के कारण उपस्थित नहीं होने वाले छात्रों को कॉलेज खुलने के बाद परीक्षा देने का विकल्प दिया है.
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इन निर्देशों के बाद राजस्थान विश्वविद्यालय और इससे जुड़े विधि महाविद्यालयों के फर्स्ट ईयर-सेकंड ईयर के तकरीबन 4000 छात्रों की 15 दिसंबर से परीक्षाएं कराने का टाइम टेबल सेट किया गया, लेकिन विश्वविद्यालय के छात्र इन परीक्षाओं को ऑनलाइन कराने की मांग को लेकर आज पानी की टंकी पर चढ़ गए.
छात्र नेता कैलाश कुड़ी ने बताया कि बीसीआई ने लॉ स्टूडेंट्स की परीक्षाएं ऑनलाइन मोड पर कराने के लिए भी निर्देशित किया है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी होने का हवाला देकर ये परीक्षाएं ऑनलाइन नहीं करा रहा. हालांकि बाद में इन छात्रों को कुलपति से मुलाकात के आश्वासन के साथ पानी की टंकी से उतारा गया. वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों का आश्वासन दिया है कि जो छात्र अभी परीक्षा देने में सक्षम नहीं है, वो छात्र विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कराई जाने वाली स्पेशल परीक्षाओं में भाग ले सकेंगे. इसके लिए किसी तरह का अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा.
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बता दें कि यह परीक्षाएं पहले 25 नवंबर को आयोजित होनी थी, लेकिन अन्य परीक्षाओं के साथ क्लैश होने के चलते इन परीक्षाओं को 15 दिसंबर से कराने का फैसला लिया गया. हालांकि अब परीक्षाएं ऑनलाइन कराएं जाने की मांग उठ रही है.