जयपुर. पिछले वर्ष लगे लॉकडाउन के असर से स्टेट कैरिज यात्री बसें अभी तक उबर नहीं पाई हैं. वहीं एक बार फिर प्रदेश में संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. बसों में यात्रियों की संख्या भी कम हो गई है जिसके चलते प्राइवेट बस ऑपरेटर्स की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और परिवहन मंत्री एवं परिवहन आयुक्त प्रमुख शाशन सचिव को पत्र लिख कर 3 वर्ष का टैक्स माफ करने की मांग की गई है.
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स्टेट कैरीज प्राइवेट बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश शर्मा की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा गया है जिसमें स्टेट कैरिज यात्री बसों का 3 वर्ष का कर माफ करने की मांग की गई है. कैलाश शर्मा ने बताया कि बजट 2021 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नई बसों का संपूर्ण टैक्स 3 वर्ष तक माफ किया है. महामारी के चलते पीड़ित बस ऑपरेटर का वर्तमान में नए वाहन खरीदना संभव नहीं है. इसके साथ ही स्टेट कैरिज बस के यात्री परिवहन सुविधा एवं बस ऑपरेटर महामारी की वजह से नुकसान में जा रहे हैं.
इसके चलते स्टेट कैरिज प्राइवेट बस ऑपरेटर्स ने 3 वर्ष का टैक्स माफ करने की मांग की है. कैलाश शर्मा ने बताया कि प्रदेश में बस यात्री परिवहन सुविधा जो जनता से जुड़ी हुई है. उनको स्टेट कैरिज बस ऑपरेटर पूर्ण रूप से सुविधा भी प्रदान करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ग्रामीण मार्ग और अन्य श्रेणी एवं समस्त रोड पर चलने वाले स्टेट के वाहनों का भी राज्य सरकार को 3 वर्ष का टैक्स माफ करना चाहिए.
कैलाश शर्मा ने कहा कि प्रदेश के अंतर्गत पिछले वर्ष लगे लॉकडाउन की वजह से स्टेट के अधीन बस पूर्व में ही समाप्त हो चुकी है. यदि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 3 वर्ष का टैक्स माफ नहीं करते हैं तो स्टेज कैरिज बसें समाप्त हो जाएंगी.