जयपुर. राजस्थान भाजपा के प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने कृषि मंत्री लालचंद कटारिया को पत्र लिखा है. रामलाल ने किसानों को राजस्थान सरकार की ओर से दिए जाने वाले बाजरे HHB- 226 की जांच करवाकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही है.
रामलाल ने अपने पत्र में लिखा है कि जयपुर जिले की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए जयपुर जिले एवं आसपास के क्षेत्र में कृषि विभाग की ओर से 6 प्रकार के बाजरे की किस्म के बीज का वितरण किया जा सकता है. लेकिन कृषि अधिकारियों की लापरवाही के कारण राजस्थान सरकार की ओर से जयपुर जिले एवं आसपास के क्षेत्र में किसानों को निशुल्क बाजरे HHB-226 का वितरण बिना भौगोलिक स्थिति का जायजा लिए ही कर दिया गया, जिसका परिणाम क्षेत्र के किसानों को उठाना पड़ रहा है.
सरकार की ओर से निशुल्क वितरित किए गए बाजरे के कारण बाजरे की लंबाई मात्र 4 फीट की रह गई है, जिससे किसानों के चेहरे पर मायूसी है. रामलाल ने कहा कि राजस्थान सरकार की ओर से वितरित किए गए बाजरे से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, ऐसे में इस बाजरे वितरण की जांच करवाकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए.
रामलाल शर्मा के साथ सांसद रामचरण बोहरा ने भी जयपुर जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर जयपुर संसदीय क्षेत्र की 34 ग्राम पंचायतों के पेयजल सर्वे करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि स्टेट जल मिशन के तहत सर्वे करवाने का काम शुरू किया जाए ताकि प्रत्येक ग्राम पंचायत के हर घर में नल से शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके.
अलवर में गैंगरेप की घटना ने किया राजस्थान को शर्मसार
भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कानून व्यवस्था को लेकर भी सरकार को घेरा है. उन्होंने तिजारा की घटना को लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. शर्मा ने कहा कि थानागाजी की घटना ने प्रदेश को शर्मसार करने का काम किया है और अब अलवर में तिजारा में महिला के साथ घटना घटित हुई है, इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है.
रामलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार को अपने अंतरकलह को छोड़कर प्रदेश की जनता की हिफाजत करने का काम करना चाहिए. साथ ही अपराधियों में खौफ पैदा करने का काम करना चाहिए. शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कानून का राज नहीं जंगल राज की स्थापना हो चुकी है.