जयपुर/बाड़मेर. बाड़मेर में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत के मामले बाद राज्य सरकार ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है. सरकार ने इस घटना को पुलिस की लापरवाही मानते हुए बाड़मेर के एसपी शरद चौधरी और डिप्टी एसपी विजय सिंह को एपीओ कर दिया है.
राज्य के कार्मिक विभाग की ओर से गुरुवार देर रात जारी आदेश के अनुसार बाड़मेर एसपी शरद चौधरी और डीएसपी विजय सिंह को आगामी आदेशों की प्रतीक्षा में रखा गया है. फिलहाल सरकार ने बाड़मेर में एसपी नहीं लगाया है. माना जा रहा है कि सरकार ने बाड़मेर में हाल ही में हुई तीन घटनाओं के मद्देनजर एसपी को एपीओ किया है.
पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत के मामले को भी सरकार ने गंभीरता से लिया है. सरकार ने थाना अधिकारी को सस्पेंड कर दिया और पूरे पुलिस थाने को लाइन हाजिर कर दिया. युवक के गुप्तांग में सरिया डालने का वीडियो वायरल होने के बाद विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ था.
पीड़ित युवक ने बाड़मेर एसपी के समक्ष गुहार लगाई थी. लेकिन पुलिस ने इसके बावजूद भी त्वरित कार्रवाई नहीं की और आरोपियों को पकड़ने में लापरवाही बरती. सरहदी जिले बाड़मेर के ग्रामीण थाना क्षेत्र में मोबाइल चोरी के आरोप में एक युवक के साथ मारपीट की गई थी.
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परिजनों के मुताबिक बुधवार दोपहर एक बजे चार पुलिसकर्मी जीतू की दुकान पर आए और उसे उठाकर थाने ले गए. रात 9 बजे जीतू से घर वालों की मुलाकात भी हुई थी. पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया, उसके बावजूद भी 24 घंटे तक अपनी कस्टडी में रखा. गुरुवार को सुबह पुलिस हिरासत में अचानक जीतू की तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद उसे आनन-फानन में इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया. जहं इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
बाड़मेर से 15 माह में तीसरी बार एसपी एपीओ
बाड़मेर में 15 माह में ये तीसरी बार है जब एसपी एपीओ हुए हैं. अब तक 20 माह में एसपी बदल दिए जा चुके हैं. 20 जुलाई 2018 को गगनदीप सिंगला का ट्रांसफर होने के बाद कोई भी एसपी ज्यादा ठीक नहीं रहा है.
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- 23 नवंबर 2018 को मनीष अग्रवाल एपीओ.
- 8 जनवरी को राहुल भारत का ट्रांसफर.
- 5 जून 2019 को राशि डोगरा का ट्रांसफर.
- 22 सितंबर 2019 को शिवराज मीणा एपीओ.
- अब 27 फरवरी को शरद चौधरी को एपीओ किया गया है.
माना जा रहा है कि सरकार ने बाड़मेर में हाल ही में हुई दलित अत्याचारों इन दो बड़ी घटनाओं के मद्देनजर एसपी को एपीओ किया है.