जयपुर. मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट की अदालत में शुक्रवार को एसओजी ने संजीवनी क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी के संस्थापक विक्रम सिंह सहित कुल पांच लोगों के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया है. जबकि, विक्रम सिंह की पत्नी विनोद कंवर सहित करीब एक दर्जन आरोपियों के खिलाफ जांच लंबित रखी गई है. अदालत ने प्रकरण को सुनवाई के लिए साम्प्रदायिक दंगा कोर्ट में भेज दिया है, जहां अदालत 24 दिसंबर को मामले की सुनवाई करेगी.
आरोप पत्र पेश होने वाले आरोपियों में विक्रमसिंह के अलावा सोसायटी के कार्यकारी अधिकारी किशनसिंह, अध्यक्ष नरेश सोनी, पूर्व अध्यक्ष देवी सिंह और शेतान सिंह शामिल हैं. एसओजी ने विक्रमसिंह को जहां गत 17 सितंबर को गिरफ्तार किया था. वहीं चार अन्य आरोपियों को 19 सितंबर को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों ने 19 जनवरी 2008 को सोसायटी स्थापित कर करीब लाखों लोगों से रुपए निवेश के नाम पर ठगी की.
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आरोपी छह साल में निवेश की गई राशि को ढ़ाई गुणा करने का आश्वासन देते थे. एसओजी की ओर से पेश आरोप पत्र करीब 36 हजार से अधिक पेजों की है. 11 बस्तों में आरोप पत्र के सात सेट पेश किए गए हैं, इनमें से आरोपियों के लिए पांच सेट, सरकारी वकील और अदालत रिकॉर्ड के लिए एक-एक सेट दिया गया. आरोप पत्र को 71 फाइलों के रूप में पेश किया गया है.